बागेश्वर। बागेश्वर जिले के प्रसिद्ध बागनाथ मंदिर में अब श्रद्धालु मंदिर के अंदर पूजा नहीं कर पाएंगे। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए मंदिर समिति ने यह फैसला लिया है। इसके साथ ही मंदिर परिसर में बीड़ी, गुटखा, सिगरेट या तंबाकू लेकर प्रवेश करने पर भी रोक लगा दी गई है। पुरोहितों को भी सख्त निर्देश दिए गए हैं कि शाम को 5 बजे के बाद वे भक्तों और श्रद्धालुओं को टीका भी नहीं लगा सकेंगे।
गौरतलब है कि बागेश्वर के बागनाथ मंदिर में मंदिर प्रबंधन समिति ने पूजा-पाठ के नियम निर्धारित कर दिए हैं। प्रबंधन समिति और पुरोहितों की बैठक में पर्यटकों व श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए कई बड़े फैसले लिए हैं। अब मंदिर के भीतर पूजा-पाठ नहीं कराई जा सकेगी। शाम के 5 बजे के बाद इस मंदिर में भक्तों को टीका तक नहीं लगाया जा सकेगा।
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यहां बता दें कि मंदिर परिसर में बीड़ी, गुटखा, सिगरेट या फिर तंबाकू लेकर भी प्रवेश करने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। अब जिन भी श्रद्धालुओं को शिवलिंग की पूजा करानी है तो वे यजमान की मदद से ही पूजा कर सकेंगे। सभी पुरोहितों को अपने आसन पर बैठकर ही पूजा करा सकेंगे। इसके साथ ही मंदिर समिति ने पुरोहितों और उनके लोगों पर सख्ती करते हुए कहा है कि कोई भी व्यक्ति किसी को भी जबर्दस्ती पकड़कर मंदिर के अंदर नहीं लाएगा। मंदिर में किसी भी पुरोहित को स्थाई आसन नहीं दिया जाएगा जो भी पुरोहित सुबह पहले मंदिर में आएगा वह कहीं भी आसन लगा सकता है।
गौर करने वाली बात है कि मंदिर समिति के द्वारा समय-समय पर शिकायतों की समीक्षा की जाएगी। इसके बाद यदि कोई पुरोहित बैठक में तय की गई व्यवस्थाओं का उल्लंघन करता है तो उस पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।