देहरादून। उत्तराखंड सरकार ने गरीब बच्चों को आगे लाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। अगर राज्य के मजदूरों के बच्चे का चयन राज्य स्तरीय हाॅस्टल, नेशनल हाॅस्टल में चयन, राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय प्रतियोगिता में होता है तो राज्य का श्रम विभाग उन्हें हाथांे-हाथ लेगा। श्रम विभाग की ओर से ऐसे बच्चों को 1 हजार ये 10 हजार रुपये की छात्रवृत्ति अनुदान के रूप में देगा। राज्य श्रम विभाग में इस समय करीब 2.50 लाख श्रमिक पंजीकृत हैं।
गौरतलब है कि नैनीताल जिले से अभी तक 3046 मजदूरों का पंजीकरण श्रम विभाग में हो चुका है। बता दें कि श्रम विभाग के अधीन उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड पंजीकृत श्रमिकों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं संचालित करता है। इसी कड़ी में इसके तहत काम करने वाले मजदूरों के बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए यह कदम उठाया है।
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यहां बता दें कि श्रम विभाग की ओर से अक्टूबर में ही श्रमिकों के बच्चे को खेल के क्षेत्र में आगे लाने के लिए छात्रवृत्ति देने का फैसला लिया है। इसके बाद बोर्ड की बैठक में इस प्रस्ताव पर श्रम मंत्री की ओर से हरी झंडी दिखा दी गई। आपको बता दें कि श्रम विभाग में पंजीकृत किसी भी मजदूर का बच्चा अगर राज्य के स्पोर्ट्स कालेज में प्रवेश पा लेता है तो उसे दो हजार रुपये प्रतिमाह, राष्ट्रीय स्तर के स्पोर्ट्स कालेज में प्रवेश मिलने पर 10 हजार रुपये प्रतिमाह छात्रवृत्ति दी जाएगी। इसी तरह श्रमिकों के बच्चों का चयन अगर राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में होता है तो एक हजार रुपये प्रतिमाह अनुदान और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में चयन पर 5 हजार रुपये का अनुदान मिलेगा।