देहरादून। राज्य में स्थित सेना के अस्पतालों में भी अब सामान्य नागरिकों को इलाज की सुविधा मिलेगी। प्रदेश की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सरकार की ओर से कोशिशें की जा रही हैं। यहां से राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी के अनुरोध पर रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण सेना के अस्पतालों में एक घंटे तक सामान्य नागरिकों के इलाज के लिए ओपीडी लगाने को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। इसके लिए संबंधित कमान से बात की जाएगी। इससे दूर दराज इलाकों और सीमा के करीब रहने वालों को काफी राहत मिलेगी। बता दें कि राज्य के अस्पतालों में डाॅक्टरों की भारी कमी है।
गौरतलब है कि राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने लिए उत्तराखंड चिकित्सा बोर्ड के द्वारा करीब 478 डाॅक्टरों का चयन किया गया था। इनमें से कइयों ने नोटिस देने के बावजूद अपनी ड्यूटी ज्वाइन नहीं की थी इस पर शासन ने सख्ती दिखाते हुए 49 डाॅक्टरों की नियुक्ति को रद्द कर दिया था।
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यहां बता दें कि राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए करीब 2800 डाॅक्टरों की जरूरत है लेकिन यहां सिर्फ 1078 डाॅक्टर ही मौजूद हैं। सरकार की ओर से डाॅक्टरों को लुभाने के लिए कई सुविधाएं दी गई लेनिक डाॅक्टरों ने पहाड़ चढ़ने से इंकार कर दिया।
अब राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी के अनुरोध पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने सामान्य नागरिकों को सेना के चिकित्सकों द्वारा प्राथमिक उपचार पर सैद्धांतिक सहमति दी है। इसके कार्यान्वयन के लिए सेना के संबंधित कमान से चर्चा करेंगी। जल्द ही यह व्यवस्था जमीनी हकीकत के तौर पर सामने आएगी। निश्चित तौर पर प्रदेश की जनता के लिए यह सुविधा वरदान साबित होगी। यहां गौर करने वाली बात है कि इस व्यवस्था के तहत प्रदेश में सभी मिलिट्री हॉस्पिटल के अलावा फील्ड हॉस्पिटल, सेक्शन हॉस्पिटल और जनरल हॉस्पिटल के चिकित्सक इलाज के लिए उपलब्ध होंगे।
यहां मिलेगा सेना के डॉक्टरों से उपचार
देहरादून, रुड़की, लैंसडोन, हर्षिल, रुद्रप्रयाग, जोशीमठ, रानीखेत, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ व धारचूला के मिलिट्री हॉस्पिटल के अलावा फील्ड हॉस्पिटल, सेक्शन हॉस्पिटल और जनरल हॉस्पिटल में। इसके अलावा जिला स्तर के ईसीएचएस क्लिनिक में भी ओपीडी सुविधा मिलेगी।