देहरादून। उत्तराखंड में एनएच-74 मुआवजा घोटाला के बाद एक और सड़क घोटाला सामने आया है। इस बार कलियर विधानसभा क्षेत्र में बनाई गई सड़क में लोकनिर्माण विभाग के इंजीनियरों के द्वारा 2 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया है। अब विधान सभा की लोक लेखा समिति ने इस मामले में जांच की सिफारिश की है। बता दें कि ऊधमसिंह नगर में भी राष्ट्रीय राजमार्ग-74 को चौड़ा करने के लिए ली गई जमीन के मुआवजे में बड़ा घोटाला हो चुका है जिसकी जांच चल रही है।
डीपीआर में गड़बड़ी
गौरतलब है कि पिरान कलियर में साल 2015 में एशियन डेवलपमेंट बैंक की मदद से सड़क का निर्माण कराया गया था। सड़क निर्माण में इंजीनियरों ने सरकार के आंखों में धूल झोंकने के लिए डीपीआर में गड़बड़ी कर दी। उन्होंने डीपीआर तो घन मीटर में बनवाई लेकिन भुगतान वर्ग मीटर में कर दिया। इंजीनियरों की मिलीभगत से हुए फर्जीवाड़े के चलते ठेकेदार को 2 करोड़ चार लाख का अतिरिक्त भुगतान किया गया।
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सेवानिवृत्त अधिकारियों की परेशानी बढ़ेगी
खबरों के अनुसार कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन की अध्यक्षता में गठित विधान सभा की लोक लेखा समिति में जब इस मामले पर चर्चा की गई तो विधायकों ने हैरत जताई और आरोपी इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर सख्त नाराजगी जताई। लोक लेखा समिति ने इस पूरे प्रकरण की जांच की सिफारिश की है। यहां गौर करने वाली बात है कि एडीबी के जिस प्रोजेक्ट निदेशक चीफ इंजीनियर की देखरेख में इस सड़क का निर्माण हुआ था वे अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं। सरकार ने अब इसकी जांच कराने का फैसला ले लिया है ऐसे में इन अफसरों की परेशानियां बढ़ सकती हैं।