Friday, April 19, 2024

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ईको टूरिज्म के विकास से लगेगी पलायन पर रोक, पलायन आयोग ने सीएम को दिया सुझाव

अंग्वाल न्यूज डेस्क
ईको टूरिज्म के विकास से लगेगी पलायन पर रोक, पलायन आयोग ने सीएम को दिया सुझाव

देहरादून। राज्य से हो रहे लगातार पलायन पर रोक लगाने के सरकार की ओर से कोशिशें तेज कर दी गई हैं। इसके तहत मंगलवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास में ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग, उत्तराखण्ड की ईको टूरिज्म  रिपोर्ट का विमोचन किया। इस रिपोर्ट में राज्य में ईको टूरिज्म को बढ़ावा दिया देने का विश्लेषण किया गया है। इस रिपोर्ट में पहाड़ी इलाकों में रोजगार के अवसर पैदा करने की भी बात कही गई है। राज्य से होने वाले पलायन को रोकने के लिए ईको टूरिज्म पाॅलिसी व ईको टूरिज्म मास्टर प्लान के विषय में भी चर्चा की गई है।

गौरतलब है कि राज्य में खेती के लिए बुनियादी सुविधाओं की कमी और रोजगार के अवसर कम होने की वजह से ही आज ज्यादातर गांव पूरी तरह से खाली हो गए हैं। हाल में राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने पौड़ी जिले के बौर गांव को गोद लेकर उसे पायलट प्रोजेक्ट के तहत विकसित करने का ऐलान किया है। 

अब मुख्यमंत्री ने पलायन आयोग के अध्यक्ष के साथ की गई बैठक में राज्य में पर्यटन को रफ्तार देने और पलायन को रोकने के लिए ईको टूरिज्म पाॅलिसी व ईको टूरिज्म मास्टर प्लान बनाने के विषय पर विचार किया है। पलायन आयोग ने सीएम को सुझाव देते हुए कहा कि ईको पर्यटन के विकास का काम एक ही एजेंसी ईको टूरिज्म डेवलपमेंट काॅरपोरेशन उत्तराखण्ड को दिया जाए और इस से संबंधित सभी जानकारी वेबसाइट या फिर वेब एप पर उपलब्ध कराया जाए। 

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यहां बता दें कि पलायन आयोग की बैठक में इस बात पर भी जोर दिया गया कि पर्यटकों को लुभाने के लिए ईको टूरिज्म स्थलों पर जल संरक्षण, वर्षाजल संग्रहण, गैर पारम्परिक ऊर्जा के स्रोतों, सुदृढ दूरसंचार व्यवस्था, कचरा प्रबन्धन, शौचालयांे का प्रबन्ध, ईको टूरिज्म में स्थानीय समुदायों की भागीदारी, कुशल यातायात प्रबंधन का प्रावधान किया जाए। इस बैठक में विभिन्न ईको टूरिज्म स्पाॅटस व होम स्टे योजना को निकटतम ट्रैकिंग स्थलों, मंदिरों, अन्य पर्यटक स्थलों से जोड़ने पर बल दिया गया। ईको टूरिज्म से जुड़ी कौशल विकास कार्यक्रमों को बढ़ाने व महिलाओं को इन कौशल विकास कार्यक्रमों से जोड़ने पर भी चर्चा की गई।


सितोन्स्यू में सीता जी का मन्दिर

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा पौड़ी गढ़वाल के सितोन्स्यू में सीता जी के मन्दिर, सीता कुटी, विदा कुटी को विकसित किया जाएगा। जल्दी ही इस स्थान पर 4 से 5 किलोमीटर एक पदयात्रा या जातयात्रा का आयोजन किया जाएगा। इस पदयात्रा या जातयात्रा में मुख्यमंत्री व शासन की वरिष्ठ अधिकारी भी सम्मिलित होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा सितोन्स्यू के निकट ही देवल में लक्ष्मणजी के मन्दिर को भी विकसित किया जाएगा।

सचिव पर्यटन को विशेष निर्देश

मुख्यमंत्री ने ईको टूरिज्म रिपोर्ट के सन्दर्भ में सचिव पर्यटन को निर्देश दिए कि राज्य में राफ्टिंग पर्यटकों की संख्या बढ़ाने हेतु समुचित उपाय किए जाए। सुरक्षा मानकों के सुधार पर विशेष फोकस किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने पर्यटकों के सुविधा व सूचना हेतु  वेबसाईट पर पंजीकृत होम स्टे का अद्यतन विस्तृत विवरण उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। 

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