देहरादून। राज्य में मेट्रो प्रोजेक्ट को झटका लग सकता है। दिल्ली मेट्रो रेल काॅरपोरेशन के सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है कि देहरादून के अंदरूनी हिस्सों के साथ देहरादून-हरिद्वार-ऋषिकेश के लिए चलने वाली मेट्रो को सवारी नहीं मिल रही है। हालांकि राज्य सरकार ने भविष्य की जरूरतों को देखते हुए मेट्रो की व्यवस्था को जरूरी बताया है। राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अधिकारियों की बैठक के बाद मेट्रो के काम में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
करोड़ों के खर्च का अनुमान
गौरतलब है कि राज्य में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सरकार की तरफ से मेट्रो की शुरुआत पर जोर दिया है। बता दें कि देहरादून में शहरी यातायात के लिए आईएसबीटी से राजपुर रोड और एफआरआई से रायपुर के बीच मेट्रो ट्रेन चलाने की तैयारी की जा रही है। दिल्ली मेट्रो रेल काॅरपोरेशन(डीएमआरसी) इस पर सर्वे कर रहा है। देहरादून से ऋषिकेश के बीच मेट्रो लाइन बिछाने में करीब 2500 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
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यात्रियों की तादाद कम
आपको बता दें कि दून के अंदरूनी हिस्सों में चलने वाली मेट्रो को नेपाली फार्म होते हुए ऋषिकेश और हरिद्वार भी जाना है। इसके लिए डीएमआरसी द्वारा किए गए सर्वे में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। इस रूट पर मेट्रो को सवारी नहीं मिल पर रही है। खबरों के अनुसार डीएमआरसी इसके मुकाबले मेट्रो के बजाय लाइट रेल ट्रांजिस्ट सिस्टम (छोटे डिब्बे वाली ट्रेन) का विकल्प सरकार को सुझा सकती है। अंदरूनी हिस्सों में चलने वाली मेट्रो को करीब डेढ़ लाख यात्री रोजाना मिलने का अनुमान लगाया गया है जो कि इसकी उम्मीदों से काफी कम है।
बजट जुटाने पर हुआ विचार
यहां बता दें कि उत्तराखंड मेट्रो प्रोजेक्ट पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिव वित्त एवं आवास अमित नेगी और मेट्रो के एमडी जितेंद्र त्यागी के साथ बैठक की जिसमें इसके लिए बजट जुटाने के मसले पर विचार किया गया। सीएम ने मेट्रो को आने वाले समय की जरूरत बताते हुए इसके काम में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उत्तराखंड मेट्रो के एमडी जितेंद्र त्यागी को अपने पद पर बने रहने को कहा है।