देहरादून। राज्य सरकार की ओर से स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने की कोशिशें तेज कर दी गई हैं। अब हल्द्वानी में एक ऐसे आयुष चिकित्सालय का निर्माण किया जा रहा है जहां मरीजों को एक ही छत के नीचे आयुर्वेद, योग, यूनानी, एलोपैथ और होम्योपैथी जैसी पांच पद्धतियों से इलाज की सुविधा मिलेगी। फिलहाल 50 बिस्तरों वाले इस अस्पताल के निर्माण का काम अपने आखिरी चरण में है और उम्मीद की जा रही है कि 4 महीनों के अंदर इसे पूरा कर लिया जाएगा और मरीजों का इलाज शुरू कर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि राज्य में बन रहा आयुष चिकित्सालय अपने किस्म का पहला अस्पताल होगा जहां 5 पद्धतियों के जरिए इलाज किया जाएगा। विशेषज्ञों के अनुसार पिछले कुछ समय में एलोपैथ के अलावा लोगों का रुझान यूनानी, आयुर्वेद, होम्योपैथ में भी बढ़ा है। एलोपैथ की चीर-फाड़ और महंगी दवाओं को देखते हए भी मरीजों की दिलचस्पी दूसरी पद्धतियों में बढ़ी है।
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यहां बता दें कि मरीजों की मांग को देखते हुए शासन की ओर से करीब साढ़े 5 करोड़ रुपये की लागत से 50 बिस्तरों वाला आयुष अस्पताल तैयार कराया जा रहा है। चिकित्सा शिक्षा निदेशक डाॅक्टर अरुण कुमार त्रिपाठी ने बताया कि अस्पताल के निर्माण का काम अपने आखिरी चरण में है और 4 महीने के अंदर इसे पूरा कर लिया जाएगा। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद यहां मरीजों का इलाज शुरू कर दिया जाएगा। डाॅक्टर त्रिपाठी ने बताया कि राज्य के 8 उच्च अस्पताल में रोजाना योग शिविर की शुरुआत की जा रही है। उन्होंने बताया कि इसका मकसद पहाड़ी लोगों में योग के प्रति रुझान को बढ़ाना है।