हल्द्वानी। पेयजल की परेशानी से जूझ रहे उत्तराखंड के हल्द्वानी से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। एक आरटीआई में इस बात का खुलासा हुआ है कि हल्द्वानी के 14 हजार लोग पिछले 15 से 20 सालों से मुफ्त में पानी पी रहे हैं और इसके लिए कोई बिल नहीं चुका रहे हैं। अब यह बिल बढ़ते-बढ़ते 22 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, बड़ी बात यह है कि जल संस्थान की ओर से इन लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। वहीं जिन लोगों के घरों में पानी की एक बूंद भी नहीं पहुंची है उन्हें लगातार बिल भेजे जा रहे हैं।
गौरतलब है कि यह दावा तब किया जा रहा है जबकि जल संस्थान हर साल मार्च में बिल जमा नहीं करने वालों के कनेक्शन काटने की बात करता है। बड़ी बात यह है कि विभाग की जानकारी में होने के बाद भी प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है।
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यहां बता दें कि हल्द्वानी के लोगों का यह बिल कोई 1 या 2 महीने में इतना नहीं पहुंचा लोगों ने सालों-साल बिना पैसे जमा किए मुफ्त में पानी का इस्तेमाल करते रहे। यहां बड़ा सवाल यह भी उठ रहा है कि जब विभाग का इतना पैसा बकाया है तो उसकी हालत कैसी होगी? जानकारी के अनुसार लोगों के ऊपर 1000 रुपये से लेकर 50 हजार रुपये तक का पानी बिल बकाया है। गौर करने वाली बात है कि सरकार को कर्मचारियों के वेतन और पेंशन भुगतान के लिए ऋण लेना पड़ रहा है और विभागीय कर्मचारी बकाए की वसूली तक नहीं कर पा रहे हैं।