पिथौरागढ़। विदेश मंत्रालय द्वारा कराई जाने वाली कैलास मानसरोवर की यात्रा पर जाने वालों के लिए अच्छी खबर है। मंत्रालय इस बार यात्रियों को पिथौरागढ़ से गुंजी तक एमआई 17 हेलीकाॅप्टर की सुविधा देने जा रही है। केएमवीएन ने इसकी तैयारियां भी शुरू कर दी है। विदेश मंत्रालय का कहना है कि हेलीसेवा शुरू होने से यात्रियों के 2 दिन बचेंगे साथ ही होम स्टे योजना के तहत स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
गौरतलब है कि मंत्रालय यह सुविधा इसी साल से यात्रा की संभावित तिथि 12 जून से शुरू करने की तैयारी में है, जो सितंबर यात्रा अंत तक चलेगी। बता दें कि विदेश मंत्रालय की तरफ से आयोजित की जाने वाली इस यात्रा का संचालन कुमाऊं मंडल विकास निगम की ओर से किया जाता है इसमें कुमाऊं के लिपुलेख दर्रे की ओर से जाने पर धारचूला के आगे यात्रियों को पैदल सफर करना पड़ता है जो काफी मुश्किलों से भरा होता है। यहां अब सड़क बनाने का काम जारी है।
ये भी पढ़ें - प्रदेश में मंत्रियों-अधिकारियों के बीच आॅल इज वेल नहीं, बिना जानकारी दिए ही 74 फोरमैन की कर द...
बता दें कि विदेश मंत्रालय की ओर से की गई उच्चस्तरीय बैठक में इस बात का निर्णय लिया गया कि पिथौरागढ़ की नैनीसैनी हवाई पट्टी से यात्री सेना के एमआई-17 हेलीकाप्टरों से गुंजी तक जाएंगे। इसके लिए सेना के दो हेलीकाॅप्टर इस्तेमाल किए जाएंगे। कैलास मानसरोवर यात्रा के लिए कुमाऊं मंडल विकास निगम की तरफ से अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी गईं हैं ताकि ऐन मौके पर किसी तरह की परेशानी न हो। गुंजी में उतरने के बाद यात्रियों को होम स्टे कराने की योजना भी तैयार की जा रही है। इस योजना से जहां स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा वहीं यात्रियों को भी हिमालयी क्षेत्रों से सामंजस्य बैठाने में भी मदद मिलेगी। कैलास के लिए एमआई-17 हेलीकाॅप्टर की सेवा शुरू होने के बाद केएमवीएन की तरफ से छोटा कैलास के लिए भी हेलीकाॅप्टर सेवा शुरू करने की मांग की जा रही है।