नई दिल्ली/देहरादून। उत्तराखंड में नई केदारपुरी बसाना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल है। अब इसके कार्यों की निगरानी ड्रोन और सीसीटीवी के जरिए होगी ताकि कार्यों की प्रगति पर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री दोनों कार्यालयों की नजर होगी। रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने इसके लिए कोटेशन मंगाए हैं।
सीसीटीवी कैमरे लगेंगे
बता दें कि 2013 की भयानक आपदा में केदारपुरी पूरी तरह से तबाह हो गया था। केदारनाथ के कपाट बंद होने के मौके पर पहुंचे पीएम ने वहां पांच परियोजनाओं का शिलान्यास किया था। इस पर अब काम शुरू कर दिया गया है। करीब 200 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट पर निगरानी रखने के लिए यहां पांच सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। मंदाकिनी के साथ दूध एवं मुध गंगा से सटी पहाड़ी और सरस्वती नदी/भैरवनाथ की पहाड़ी पर भी कैमरे से केदारपुरी के कामों की निगरानी होगी। डीएम मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि इसकी कवायद शुरू कर दी गई है।
ये भी पढ़ें - शिक्षक संघ के चुनाव को लेकर मंत्री और संगठन के बीच नाराजगी, कहा-शिक्षक राजनीति के बजाय शिक्षा...
हेलीकॉप्टर और ड्रोन की जरूरत
केदारनाथ की भौगोलिक स्थिति और मौसम को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने काम की देखरेख के लिए शासन से एक हेलीकॉप्टर की भी मांग की है। डीएम मंगेश घिल्डियाल के कहा कि यह हेलीकॉप्टर गुप्तकाशी में रहेगा। डीएम का कहना है कि इसी महीने दो ड्रोन कैमरे खरीदे जाएंगे। इन ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल केदारनाथ में होने वाले कामों की रिकॉर्डिंग के लिए किया जाएगा। इसके लिए ड्रोन कैमरे बनाने वाली कंपनियों से कोटेशन मांगे हैं उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस काम को अंजाम दिया जाएगा।