हरिद्वार। उत्तराखंड में भारी बारिश और बादल फटने की घटना के बाद बिजली की समस्या भी लोगों के लिए मुसीबत बन गई है। सोमवार को हरिद्वार के चीला पावर प्लांट में वाॅल फटने से कर्मचारियों के बीच भगदड़ मच गई। वाॅल्व के फटते ही पानी का तेज बहाव प्लांट के अंदर आ गया जिससे 144 मेगावाॅट प्लांट में बिजली का उत्पादन पूरी तरह से ठप हो गया। बिजली का उत्पादन ठप होने से प्रदेश में लोगों को बिजली की समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि राज्य में इन दिनों भारी बारिश ने तबाही मचाई हुई है। सोमवार की सुबह चमोली जिले में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। मौसम की मार झेल रहे प्रदेश के लोगांें को चीला पावर प्लांट में वाॅल के फटने से अब बिजली की समस्या भी झेलनी पड़ेगी। बताया जा रहा है कि चीला जल विद्युत परियोजना के विद्युत गृह में लगी चार नंबर टरबाइन का वॉल अचानक फट गया। जिससे पानी का प्रेशर इस वॉल से निकलने लगा और पूरा विद्युतगृह पूरी तरह से पानी से भर गया जिससे उत्पादन ठप हो गया।
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यहां बता दें कि कर्मचारियों ने किसी तरह इमरजेंसी शटडाउन लेकर चारों टरबाइनों को बंद कर दिया है लेकिन वाॅल फटने की वजह से हो रहे रिसाव को अभी तक नहीं रोका जा सका है। प्लांट के अंदर आए पानी से चारों टरबाइनें और मशीनें करीब आधी से अधिक डूब गई हैं। जलविद्युत निगम ने भीमगौड़ा बैराज हरिद्वार को अलर्ट कर पानी के नियंत्रण के लिए सूचना भेज दी है। जल विद्युत गृह में आई तकनीकी खराबी की सूचना पाकर अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है और अधिकारी प्लांट में आई खराबी को ठीक करने में जुटे हुए हैं।