देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने प्रदेश में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर अनुकूल माहौल तैयार करने की बात कही है। शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा का मकसद सिर्फ डिग्री बांटना नहीं होना चाहिए। इसके जरिए समाज में आने वाले बदलाव को भी देखा जाना चाहिए।
करियर ट्रैकिंग की व्यवस्था हो
गौरतलब है कि राज्य में उच्च शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। इसके लिए उच्च शिक्षा मंत्री डाॅक्टर धन सिंह रावत ने काॅलेजों में महापुरुषों की जीवनी को भी कोर्स में शामिल करने की बात कही है। उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में सीएम ने कहा कि सरकारी कालेज और विश्वविद्यालय से पढ़ कर निकलने वालों युवाओं के कॅरियर ट्रैकिंग की कोई व्यवस्था होनी चाहिए। कालेज और विश्वविद्यालय सिर्फ सर्टिफिकेट और डिग्री बांटने के लिए नहीं है। शिक्षा प्राप्त करने वाले के जीवन में तथा समाज में क्या सुधार हुआ ये भी देखना होगा। इसके लिए उच्च शिक्षण संस्थाओं के प्रमुखों, प्रधानाचार्यों, कुलपतियों की जिम्मेदारी सर्वाधिक है।
ये भी पढ़ें - केदारनाथ में बारिश और कड़ाके की ठंड से भक्तों को मिलेगी राहत, प्रशासन कर रहा छाते और इलेक्ट्रि...
एकेडमिक कैलेण्डर का पालन किया जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि कॉलेज में एकडेमिक कैलेंडर का कड़ाई से पालन किया जाए। 45 दिन में परीक्षाएं पूरी करायी जाएं। 25 जून को शैक्षिक कैलेंडर घोषित करें। सभी महाविद्यालयों में ई-लाइब्रेरी की व्यवस्था की जाए, जहां कनेक्टीविटी नहीं है वहां एडूसेट जैसी वैकल्पिक व्यवस्था का उपयोग करें। सीएम कहा कि सरकार उच्च शिक्षा चयन बोर्ड का गठन करेगी। अध्यापकों की कमी को दूर करना एक बड़ी चुनौती है। सीएम ने उच्च शिक्षण संस्थानों में ड्रेस कोड को लागू किया जाने के निर्देश दिए।