देहरादून। उत्तराखंड में पर्यटन सुविधा को और बेहतर बनाया जाएगा। प्रदेश को डबल इंजन वाली सरकार का फायदा मिलना शुरू हो चुका है। रेल मंत्रालय ने ऋषिकेश से कर्णप्रयाग रेल लाइन के साथ ही चारों धामों को जोड़ने के लिए रोपवे, मोनो रेल और नेरो गेज रेल लाइन के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है। इंेवस्टर्स समिट के दौरान रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि उन्होंने इसका प्रस्ताव बनाने के आदेश दिए हैं। इससे चारधाम यात्रा और अधिक आकर्षक हो जाएगी। चारों धामों को जोड़ने के लिए 44 हजार करोड़ रुपये खर्च का अनुमान है।
गौरतलब है कि रेल मंत्री ने कहा कि रेल संपर्क के विस्तार के साथ ही मंत्रालय नेरो गैज रेल, मोनो रेल और रोपवे के विकल्पों पर भी विचार कर रहा है। उन्हांेने कहा कि इन सुविधाओं के शुरू होने से ज्यादा संख्या में पर्यटकों के आने की संभावना बढ़ जाएगी। रेल मंत्री ने ऋषिकेश से कर्णप्रयाग के बीच 125 किलोमीटर रेल लाइन का निर्माण होना है और इसके लिए 16200 करोड़ रुपये की लागत आने वाली है। ऋषिकेश में विश्वस्तरीय माॅडल का स्टेशन तैयार किया जाएगा।
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यहां बता दें कि पिछली सरकार पर तंज करते हुए कहा कि साल 2009 से 2014 के बीच उत्तराखंड में रेल नेटवर्क परियोजना में हर साल 187 करोड़ रुपये का निवेश हुआ जबकि 2014 से 2019 तक हर साल 577 करोड़ रुपये निवेश किए जाएंगे। रेल मंत्री ने कहा कि प्र्यावरण का ध्यान रखते हुए ऋषिकेश-कर्णप्रयाग के बीच 100 फीसदी इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाई जाएगी डीजल इंजन नहीं चलाया जाएगा।