देहरादून। देश और दुनिया के हर क्षेत्र में उत्तराखंड के लोगों ने अपना क्षमता और कौशल का लोहा मनवाया है। इसमें अब देवभूमि के मशहूर वैज्ञानिक डाॅक्टर आर के कोटनाला का नाम भी जुड़ गया है। डाॅक्टर कोटनाला ने पानी से चलने वाली एक बैट्री का निर्माण किया है, जिसे भारत और अमेरिका दोनों जगह पेटेंट भी मिल गया है। इसका मतलब यह हुआ कि पानी से बिजली पैदा की जाएगी। इस बैट्री के आविष्कार से भारत सरकार के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट ‘मेक इन इंडिया’ को भी काफी बढ़ावा मिलेगा। सीएसआईआर के नेशनल फिजिक्स लैबोरेट्री के डाॅक्टर कोटनाला ने इस बैट्री का आविष्कार अपनी सहयोगी डाॅक्टर ज्योति शाह के साथ मिलकर किया है। पानी से चलने वाली इस बैट्री का इस्तेमाल टाॅर्च, लालटेन या कूलर कहीं भी किया जा सकता है। इस बैट्री की कीमत करीब 17 रुपये बताई जा रही है उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इसे बाजार में उपलब्ध कराया जाए।
ऐसे बनेगी बैट्री
डाॅक्टर कोटनाला ने कहा कि ‘हाइड्रोइलेक्ट्रिक सेल्स’ के सहारे सामान्य कमरे के तापमान पर पानी से बिजली पैदा की जा सकती है। इस प्रणाली में नैनोपोरस मैग्नीशियम फेराइट से पानी को हाइड्रोनियम (एच30) और हाइड्रॉक्साइड(ओएच) में तोड़ा जाता है, फिर चांदी और जस्ता इलेक्ट्रोड से इसे सेल की तरह उपयोग कर बिजली उत्पन्न की जाती है। डॉ.कोटनाला ने कहा, ‘जब हम 2 इंच व्यास के चार सेल्स को सीरीज में जोड़ते हैं, तो इससे 3.6 वोल्ट 80 मिली एम्पियर की बिजली पैदा होती है। इतनी बिजली से हम एलईडी जला सकते हैं।’ ये भी पढ़ें - किडनी सरगना के बचाव में आई तीसरी पत्नी, कहा-वह अपना पत्नी धर्म निभाएगी