देहरादून। प्रदेश के ऊधमसिंह नगर में हुए बहुचर्चित एनएच 74 मुआवजा घोटाले की आंच राजनीतिक हल्कों तक पहुंच रही है। मामले की जांच कर रही एसआईटी ने इस मामले में प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय से पूछताछ की है। एसआईटी ने किशोर उपाध्याय से विधानसभा चुनाव से ठीक पहले स्टेट बैंक में खोले गए खाते और उसमें हुए करोड़ों रुपये के लेन-देन के बारे में पूछताछ कर रही है। ऐसा माना जा रहा है कि यह रकम एनएच घोटाले से जुडा हो सकता है। हालांकि किशोर ने इस खाते के बारे में जानकारी होने से इंकार किया है लेकिन राजनीतिक नेताओं के बीच एसआईटी की कार्रवाई के बाद हड़कंप मच गया है।
कई कर्मचारी हुए गिरफ्तार
गौरतलब है कि ऊधमसिंह नगर में बाजपुर से सितारगंज के बीच नेशनल हाईवे को चौड़ा करने के लिए किसानों और स्थानीय लोगों की जमीनें ली गई थी इसमें खेती और बिना खेती वाली जमीन शामिल थी। इन जमीनों के लिए सरकार द्वारा दिए गए मुआवजे में करोड़ों रुपये का घोटाला किया गया। इस मामले में कई आईएएस अधिकारी समेत तहसील के कर्मचारियों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
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चुनाव से पहले खुला खाता
यहां बता दें कि घोटाले की जांच कर रही एसआईटी ने अब इस मामले में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय से विधानसभा चुनाव से ऐन पहले स्टेट बैंक में खाता खोलने और उसमें करोड़ों रुपये के लेने को लेकर पूछताछ की है। किशोर उपाध्याय ने इस खाते के बारे में किसी तरह की जानकारी होने से साफ इंकार किया है। उन्होंने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री कार्यालय के स्तर से यह खाता खोला गया था। इसमें जमा धन के बाबत एसबीआई से पूरी जानकारी ली जा सकती है।
किशोर ने हरीश, रांगड को किया अलर्ट
एसआईटी की पूछताछ के बाद किशोर ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश सचिव सुरेंद्र सिंह रांगड़ को इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस मामले में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और कमल सिंह से प्रयास करने के बावजूद संपर्क नहीं हो पाया।
कड़ी कार्रवाई का आश्वासन
मौजूदा सरकार के प्रवक्ता मदन कौशिक ने बताया कि एनएच घोटाले की निष्पक्षता से जांच की जा रही है। व्यक्ति बड़ा हो या छोटा, अफसर हो राजनीतिक, भले कोई भी सियासी दल हो, अगर दोष साबित होता है तो कड़ी कार्रवाई होगी।