देहरादून। राज्य में हुए बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले की जांच अब एसआईटी करेगी। प्रदेश सरकार ने समाज कल्याण विभाग में हुए इस घोटाले के लिए पुलिस के नेतृत्व में चार सदस्यीय एसआईटी गठित करने को कहा है। इस टीम में पुलिस के साथ ही तकनीकी शिक्षा, उच्च शिक्षा व समाज कल्याण विभाग के अधिकारी भी शामिल किए जाएंगे। बता दें कि छात्रवृत्ति घोटाले की रकम 100 करोड़ तक पहुंचने की आशंका है।
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गौरतलब है कि राज्य में शैक्षिक सत्र 2012-13 से लेकर 2014-15 के बीच सहारनपुर के कई निजी कॉलेजों ने हरिद्वार, दून के छात्रों का आईटीआई, पॉलिटेक्निक एवं बीटेक में दाखिला दिखाकर इन कॉलेजों ने छात्रवृत्ति हड़प ली। इसके बाद तत्कालीन अपर सचिव वी.षणमुगम की जांच में तमाम फर्जी दाखिले होने की पुष्टि हुई। जांच में घोटाले की रकम 100 करोड़ तक पहुंचने की आशंका के बाद विभाग ने शासन को एसआईटी जांच के लिए लिखा था।
विभाग के अनुरोध के बाद अब सरकार ने छात्रवृत्ति घोटाले की जांच एसआईटी से कराने का फैसला लिया है। अपर सचिव, अजय रौतेला ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय से एसआईटी जांच के आदेश मिल गए हैं। पुलिस के नेतृत्व में होने वाली इस जांच में 3 अन्य विभाग भी शामिल किए गए हैं। अब संबंधित विभागों को जांच दल में शामिल किए जाने के लिए अधिकारियों के नाम मांगे गए हैं।