देहरादून। नए साल में देश की सीमा की रक्षा करते हुए उत्तराखंड के एक और लाल ने अपनी शहादत दी है। पिथौरागढ़ के उदयनगर गांव के रहने वाले गोपाल सिंह मेहरा नागालैंड में बुधवार की सुबह आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए। उनका पार्थिव शरीर गुरुवार शाम तक पिथौरागढ़ पहुंचने की संभावना है। गोपाल सिंह मेहरा 24 असम राइफल्स में हवलदार के पद तैनात थे। शहादत की खबर मिलते ही उनके घर पर सांत्वना और श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगना शुरू हो गया है।
गौरतलब है कि गोपाल सिंह मेहरा मूल रूप से पिथौरागढ़ के गंगोलीहाट के रहने वाले हैं लेकिन 5 साल पहले उनका परिवार उदयनगर गांव में आकर रहने लगा। वर्तमान में वे नागालैंड में तैनात थे। बुधवार तड़के 4 बजे लोबरा के पास आतंकियों से हुई मुठभेड़ में गोली लगने से गोपाल सिंह शहीद हो गए। गोपाल सिंह के बड़े भाई निर्मल सिंह भी असम राइफल्स (नगालैंड) में ही तैनात हैं। निर्मल सिंह ने ही घरवालों को उनकी शहादत की खबर दी।
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यहां बता दें कि गोपाल सिंह के परिवार में उनकी पत्नी के अलावा एक 17 वर्षीय पुत्र सौरभ और 14 वर्षीय पुत्री हिमानी हैं। सौरभ दिनेशपुर में पॉलिटेक्निक काॅलेज का छात्र है जबकि हिमानी सरस्वती शिशु मंदिर कालीनगर में कक्षा 9 में पढ़ती है। परिवार वालों से मिली जानकारी के अनुसार गोपाल सिंह एक साल के बाद ही सेवानिवृत्त होने वाले थे। सूचना मिलने पर शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने भी शहीद के घर जाकर शोक संवेदना जताई और परिजनों को ढाढ़स बंधाया है।