देहरादून। राज्य सरकार ने प्रदेश के अशासकीय स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के मानक अब और कड़े करने जा रही है। इन स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती मामले में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में छात्रों के प्रदर्शन को भी शामिल किया जाएगा। इसके साथ ही उसके विषय विशेष में भी प्रदर्शन को देखा जाएगा। स्कूली शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने विभाग की समीक्षा बैठक में इसके निर्देश दिए हैं।
हाईस्कूल के प्रदर्शन को वरीयता
गौरतलब है कि राज्य में शिक्षकों की भर्ती में हुए फर्जीवाड़े के बाद सरकार काफी संभलकर आगे बढ़ रही है। ऐसे में शिक्षकों की भर्ती के मानकों में बदलाव किया जा रहा है। छात्रों के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के प्रदर्शनों को ध्यान में रखा जाएगा। इसके साथ ही टीईटी और बीएड में मिले अंकों की वरीयता को कुछ कम किया जाएगा।
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भर्ती मानकों में बदलाव
आपको बता दें कि सरकार ने इसी साल फरवरी में शिक्षकों की भर्ती के मानकों में संशोधन किया था जिसके बाद चयन प्रक्रिया में पूरी तरह से बदलाव कर दिया था। इसमें बीएड और टीईटी के अंकों को अतिरिक्त वरीयता दी गई थी। हालांकि विभागीय अधिकारी इससे सहमत नहीं थे। अब शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के निर्देश के बाद इसमें एक बार फिर से बदलाव किया गया है।