देहरादून। देश भर में चल रहे ट्रक आॅपरेटरों की हड़ताल में उत्तराखंड ट्रक आॅरेटर्स भी कूद पड़े हैं। इन आॅपरेटरों की हड़ताल से व्यापारियों के साथ ही सरकार को भी काफी नुकसान हा रहा है। बता दें कि ट्रक आॅपरेटर्स की मांग है कि पूरे देश में टोल बैरियर को खत्म करने, रोड सेफ्टी बिल लागू करने, डीजल की बढ़ती कीमतों को कम किया जाए। बताया जा रहा है कि ट्रकों के पहियों के थमने से देहरादून के ट्रांसपोर्ट नगर में बड़ी संख्या में उनका जमावड़ा लग गया है। अब इन ट्रक आॅरपेटरों की मांग है कि अगर सरकार इनकी मांगों को पूरा नहीं करती है तो दूध पानी और जरूरी सामानों को पहुंचाने वाले वाहनों की सेवाएं भी बंद कर दी जाएंगी।
गौरतलब है कि ट्रक आॅपरेटरों की हड़ताल से राज्य में पहले ही दिन करीब 100 करोड़ रुपये का व्यापार प्रभावित हुआ है। बता दें कि प्रदेश के लोग इस समय दोहरी मार झेल रहे हैं। एक तो मौसम की तल्खी ने उनकी परेशानी बढ़ा रखी और ऊपर से ट्रक, बिक्रम और मिनी बस आॅपरेटरों के भी हड़ताल पर चले जाने से आम लोगों के साथ स्कूल जाने वाले छात्रों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
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यहां बता दें कि इन दिनों ट्रक आॅपरेटर्स अपनी मांगों को लेकर पूरे देश में हड़ताल कर रखी है। आॅपरेटर्स ने ट्रांसपोर्ट नगर में जमा होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और पुतला जलाने का काम भी किया। उत्तराखंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन का कहना है कि डायरेक्ट पोर्ट डिलीवरी योजना समाप्त करने के साथ ही ट्रांसपोर्ट कारोबार पर टीडीएस समाप्त करने, तृतीय पक्ष बीमा प्रीमियम निर्धारण में पारदर्शिता, जीएसटी में छूट, ई वे बिल से जुड़ी व्यावसायिक समस्याओं को देखते हुए नियमों में संशोधन करने, बसों और पर्यटक वाहनों को नेशनल परमिट देने जैसी मांगों को लेकर यह हड़ताल की जा रही है।