देहरादून। देहरादून में राजकीय शिक्षक संघ के अधिवेशन के बाद पुरानी कार्यकारिणी भंग कर दी गई। अब नई कार्यकारिणी के लिए आज चुनाव होंगे। चुनाव अधिकारी अपर निदेशक गढ़वाल एमएस बिष्ट ने बताया कि कुल 5 पदों के लिए करीब 34 शिक्षकों ने अपना दावा पेश किया है। बता दें कि इस चुनाव में 2500 डेलीगेट अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इस अधिवेशन में शिक्षकों ने पारदर्शी और प्रभावी तबादला एक्ट लाने की मांग की। इसके साथ ही कई और मांगों को उठाया गया।
सीएम को दिया ज्ञापन
गौरतलब है कि राजकीय शिक्षक संघ ने सरकारी शिक्षकों को सेवाकाल में 2 बार 15 दिन का पितृत्व अवकाश देने की भी मांग उठाई। राजकीय शिक्षक संघ की तरफ से मुख्यमंत्री को 19 मांगों का एक ज्ञापन भी सौंपा गया। ज्ञापन में शिक्षकों ने पुरानी पेंशन नीति को दोबारा लागू करने की मांग भी प्रमुखता से उठाई।
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ये हैं शिक्षकों की मुख्य मांगें
-पुरानी पेंशन स्कीम का लाभ मिले।
-एलटी का चयन वेतनमान 5400 ग्रेड-पे और प्रवक्ता का प्रोन्नत वेतनमान 7600 ग्रेड-पे हो।
-सरकारी कर्मचारियों की तरह एसीपी का लाभ दिया जाए।
-300 से ज्यादा छात्रसंख्या वाले इंटर कॉलेजों में उपप्रधानाचार्य के पद सृजित किए जाएं।
-एलटी से प्रवक्ता, प्रधानाध्यापक और प्रधानाचार्य पदों पर हर साल पदोन्नति की जाए।
-एसीआर का ऑनलाइन रखरखाव।
-कला-संगीत, व्यायाम और कृषि को मुख्य विषय घोषित कर इंटर स्तर पर इन विषयों के प्रवक्ता पद सृजित किए जाएं।
-एससीईआरटी-डायट और सीमैट में प्रशासनिक पदों को अकादमिक घोषित किया जाए।
-एलटी का मंडल कैडर समाप्त किया जाए।
-रमसा शिक्षकों का वेतन हर माह आहरित करने की सुविधा हो।
-माध्यमिक स्कूलों में योग्यताधारी शिक्षकों को उच्च शिक्षा में पदोन्नत किया जाए।