देहरादून। राज्य में शिक्षकों के ड्रेस कोड का मामला अब शांत होता नजर आ रहा है। शिक्षक दिवस यानी कि 5 सितंबर से राज्य के सभी स्कूलों में शिक्षक ड्रेस में नजर आएंगे। शासन की ओर से मुख्यमंत्री और शिक्षक संघों की बैठक के कार्यवृत्त में यह भरोसा जताया गया है। मुख्यमंत्री ने उनकी मांगों को मानने के साथ 24 घंटे के अंदर उसके मिनट्स जारी करने के निर्देश दिए थे लेकिन शिक्षक संगठन अभी तक मिनट्स जारी न होने से काफी नाराज है। वहीं दूसरी तरफ शिक्षा आचार्यों ने भी शिक्षा मित्रों में समायोजन की मांग की है।
शिक्षक होंगे ड्रेस में
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने 1 अगस्त से सभी सरकारी स्कूलों में शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए ड्रेसकोड अनिवार्य कर दिया है। इसके बाद से शिक्षक संगठनों और सरकार के बीच तनातनी जारी है। मुख्यमंत्री के साथ बैठक के बाद जारी कार्यवृत्त में दावा किया गया है कि शिक्षकों के स्वैच्छिक ड्रेस कोड को लेकर राजकीय शिक्षक संघ, माध्यमिक शिक्षक संघ, प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ एवं प्राथमिक शिक्षक संघ समेत समस्त शिक्षक संघों ने जताई है। अब 5 सितंबर यानी कि शिक्षक दिवस के दिन से इसे अमल में लाया जाएगा।
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जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ की नाराजगी
आपको बता दें कि शिक्षक संगठन, शासनादेश जारी होने के बाद ही स्वैच्छिक ड्रेस कोड के पक्ष में हैं। राजकीय शिक्षक संघ के प्रदेश महामंत्री सोहन सिंह माजिला का कहना है कि ड्रेस कोड को लेकर शिक्षक संगठन अड़े नहीं हैं लेकिन सिर्फ शिक्षकों की मांगों को मानने से काम नहीं चल सकता। बीआरपी-सीआरपी, हाईस्कूल हेडमास्टरों की पदोन्नति के मामले को हाईकोर्ट के आदेश का हवाला देकर लटकाया नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कार्यवृत्त जारी होने के बाद अब शासनादेश को लेकर भी उम्मीदें बंधी हैं। वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री के आश्वासनों के बाद भी कार्यवृत्त के मिनट्स जारी न होने पर जूनिसर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने अपनी नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि अगर ऐसा नहीं होता है तो उनके पास आंदोलन के सिवाय दूसरा रास्ता नहीं बचेगा।