देहरादून। गंगा नदी बढ़ते प्रदूषण को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) सख्त हो गया है। शुक्रवार को एक बड़े फैसले में एनजीटी ने उत्तराखंड के ऋषिकेश और हरिद्वार में गंगा के किनारे पाॅलीथिन बैग के इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। इसके साथ ही डिस्पोजेबल प्लास्टिक के उपयोग पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। इन चीजों का इस्तेमाल करने वालों पर 5 हजार रुपये का जुर्माना लगाने के आदेश दिए हैं।
पाॅलीथिन पर बैन
गौरतलब है कि गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए केन्द्र सरकार की तरफ से नमामि गंगे प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई है। यहां बता दें कि राज्य के कई अन्य जिलों में भी पाॅलीथिन, प्लास्टिक और थर्मोकाॅल के इस्तेमाल पर भी रोक लगाई जा चुकी है। बता दें कि उत्तरकाशी के अलावा जिम काॅर्बेट पार्क जाने वाले पर्यटकों को भी अपने साथ कोई भी प्लास्टिक का सामान नहीं जाने के निर्देश पहले ही दिए जा चुके हैं। इसके बावजूद इसका इस्तेमाल रुक नहीं रहा है। ऐसे में एनजीटी ने सख्त कदम उठाते हुए हरिद्वार और ऋषिकेश में पाॅलीथिन बैग और डिस्पोजेबल प्लास्टिक पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। बता दें कि इससे पहले एनजीटी ने अमरनाथ मंदिर में घंटे की आवाज और मोबाइल पर बैन लगाने को कहा था। जिसका काफी विरोध हुआ।
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