देहरादून। राज्य के शिक्षा विभाग ने तबादले के लिए स्कूलों का कोटीकरण और उसका गुणांक तय कर दिया है। अब जिनका गुणांक सबसे ज्यादा होगा उस शिक्षक का तबादला पहले किया जाएगा। बता दें कि नगर निगम और नगर पालिका के स्कूलों को सबसे ज्यादा 10 और पहाड़ी इलाकों में सड़क से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित स्कूलों के लिए सबसे कम शून्य गुणांक तय किए गए हैं। गौर करने वाली बात है कि राज्य में शिक्षकों के तबादले पर लगातार सवाल उठते रहे हैं। ऐसे में गुणांक तय होने के बाद मामला आसान होने की उम्मीद जताई जा रही है।
गौरतलब है कि राज्य में सुगम और दुर्गम इलाके को लेकर शिक्षकों के तबादलों पर अक्सर आरोप लगते रहे हैं। शिक्षा विभाग ने कहा है कि स्कूलों का कोटिकरण कुल 9 श्रेणियों में किया जाएगा। सभी जिलाधिकारियों से 25 मार्च तक स्कूलों का कोटिकरण तय करते हुए रिपोर्ट भेजने को कहा गया है। जिन शिक्षकों- कार्मिकों के गुणांक सर्वाधिक होंगे, सबसे पहले उनका तबादला होगा। विद्यालयी शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेश के मुताबिक मैदानी क्षेत्र के नगर निगम, नगर पालिका क्षेत्र में स्थित स्कूल के लिए सर्वाधिक 10 और मैदानी क्षेत्र में सड़क से 12 किमी से अधिक और पर्वतीय क्षेत्र में सड़क से 10 किमी दूर स्थित स्कूल के लिए सबसे कम शून्य गुणांक निश्चित किए गए हैं।
ये भी पढ़ें - गैरसैंण में बजट सत्र की हंगामेदार शुरुआत, राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्ष का शोर-शराबा
यहां बता दें कि चिकित्सा सुविधा की श्रेणी में देहरादून, हरिद्वार, रुड़की, ऋषिकेश, हल्द्वानी और काशीपुर के साथ ही मेडिकल कॉलेज से 20 किमी के दायरे में स्थित स्कूलों के लिए सर्वाधिक 6 गुणांक तय किए गए हैं। रेल सुविधा के मामले में विभाग ने देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, रुद्रपुर, रुड़की और काशीपुर को बी श्रेणी और कोटद्वार, रामनगर, खटीमा आदि को सी श्रेणी में रखा है।
बता दें कि शिक्षा सचिव डाॅक्टर भूपिन्दर कौर औलख ने आदेश जारी करते हुए 7 हजार फीट से ज्यादा ऊंचाई पर स्थित स्कूलों की अलग से सूची बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी डीएम से 25 मार्च तक रिपोर्ट शासन को भेजने के लिए कहा है।