देहरादून। भारत और नेपाल के बीच की संस्कृति को आगे बढ़ाने वाले मेले और उत्सवों को बढ़ाने के लिए उत्तराखंड सरकार पूरी कोशिश कर रही है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने उत्तराखंड और नेपाल के बीच वर्षों से चले आ रहे जौलजीबी मेले का उद्घाटन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मेला दोनों राष्ट्रों के बीच सांस्कृतिक विरासत को बढ़ाने का काम करता है। सरकार इस तरह के मेलों और अन्य आयोजनों को आगे लाने में पूरा सहयोग करेगी।
सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाएगी
गौरतलब है कि काली और गोरी नदी के किनारे लगने वाले इस मेले में उत्तराखंड और नेपाल के व्यापारी अपने-अपने सामानों को बेचते हैं। सीएम ने लोगों से कहा कि नदी के संगम तट पर आयोजित यह मेला भारत और नेपाल के आपसी संबंधों को भी मजबूत करता है। बता दें कि उत्तराखंड और नेपाल के बीच बेटी और रोटी का संबंध रहा है। उसी तरह यह मेला दोनों देशों की साझी संस्कृति को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देता आ रहा है। सीएम ने कहा कि सरकार मेलों, महोत्सवों को लोक संस्कृति के संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण अवसर समझती है।
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सरकार का प्रोत्साहन
आपको बता दें कि जौलजीबी मेले में उत्तराखंड सरकार के विभिन्न विभाग भी अपने-अपने स्टाॅल लगाती है। इनमें यहां के हैंडीक्राफ्ट और खाने के सामानों को रखा जाता है। सीएम ने उन स्टाॅल्स का भी निरीक्षण किया। इस मेले में दोनों देशों के सीमांत इलाकों से लोग खरीदारी करने आते हैं।