देहरादून।
उत्तराखंड में जनता ने भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड बहुमत से विजयी बनाया है। चुनाव परिणाम के बाद यहां मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। आखिर कौन होगा देवभूमि का मुख्यमंत्री? आखिरकार देवभूमि के मुख्यमंत्री का ऐलान हो गया। संघ प्रचारक और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के करीबी त्रिवेन्द्र सिंह रावत के नाम पर विधायक दल की बैठक में मुहर लगा दी गई। मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान भाजपा के विधायक दल की बैठक में लिया गया।
कौन हैं रावत
गौरतलब है कि रावत का राजनीतिक सफर वर्ष 1979 में शुरू हुआ। साल 1981 में उन्होंने संघ के प्रचारक के रूप में काम करने का उन्होंने संकल्प लिया। वर्ष 1985 में देहरादून महानगर के प्रचारक बने। 1993 में वह भाजपा के क्षेत्रीय संगठन मंत्री बनाए गए। आला कमान ने उन्हें 1997 व 2002 में भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री बनाया। 56 वर्षीय त्रिवेंद्र सिंह रावत फिलहाल डोइवाला सीट की नुमाइंदगी करते हैं। इस सीट से वह पहली बार साल 2002 में जीतकर आए थे। उसके बाद रावत तीन बार यहां से विधायक बन चुके हैं। उनको भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का काफी करीबी माना जाता है। त्रिवेन्द्र सिंह रावत फिलहाल पार्टी की झारखंड यूनिट के प्रभारी हैं। वह 2007-12 के दौरान भाजपा के शासनकाल में राज्य के कृषि मंत्री भी रहे हैं।
विधायक दल की बैठक में हुआ फैसला
देहरादून में हुई पार्टी विधायक दल की बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक भी मौजूद थे। प्रदेश पार्टी अध्यक्ष अजय भट्ट ने बताया कि इस बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षकों, नरेंद्र सिंह तोमर और सरोज पांडे के अलावा उत्तराखंड के पार्टी मामलों के प्रभारी श्याम जाजू भी मौजूद थे। भट्ट ने कहा, पार्टी के सभी नवनिर्वाचित विधायकों से इस बैठक में और उसके एक दिन बाद नये मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह के मद्देनजर देहरादून में मौजूद रहने को कहा गया है। आपको बता दें कि भाजपा ने प्रदेश की 70 विधानसभा सीटों में से 57 सीटें जीती हैं।
सजाया जा रहा परेड ग्राउंड
नई सरकार का शपथ ग्रहण 18 मार्च को शाम तीन बजे परेड ग्राउंड में होगा। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी मौजूद रहेंगे। इस समारोह में पार्टी के प्रमुख नेताओं के भी शिरकत करने की संभावना है। शपथ ग्रहण समारोह के लिए परेड ग्राउंड को सजाने का काम तेजी के साथ किया जा रहा है।