देहरादून। उत्तराखंड अब खुले में शौच से मुक्त प्रदेश बन चुका है। ऐसा करने वाला उत्तराखंड देश का चौथा राज्य है। प्रदेश के संसदीय कार्यमंत्री प्रकाश पंत ने कहा कि 31 मई को देहरादून, हरिद्वार और पौड़ी जिले भी खुले में शौच की प्रथा से मुक्त हो गए। नई सरकार के बनने के बाद से राज्य में कुल 45, 721 शौचालय का निर्माण किया गया है।
दून,हरिद्वार और पौड़ी हुए खुले में शौच मुक्त
गौरतलब है कि उत्तराखंड में मार्च 2017 तक केवल सात जिले ओडीएफ थे। स्वजल परियोजना के तहत नई सरकार बनने के बाद रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और टिहरी भी ओडीएफ की श्रेणी में आ गए थे। शेष तीन जिलों देहरादून, हरिद्वार और पौड़ी के लिए सरकार के सामने 31 मई तक कुल 45,721 व्यक्तिगत शौचालय बनाने के लक्ष्य था, जिसे सरकार ने समय से पूरा कर लिया गया। पेयजल मंत्री प्रकाश पंत ने बताया कि पिछली सरकार के समय (2014-15) में राज्य में कुल 63 हजार शौचालयों का निर्माण किया गया, जबकि पिछले साल करीब 3.35 लाख शौचालयों का निर्माण किया गया।
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केन्द्र से मिलेगा प्रमाण पत्र
आपको बता दें कि संसदीय कार्य मंत्री ने बताया कि केन्द्र सरकार के स्वच्छता मिशन के लक्ष्य को पूरा करते हुए राज्य ओडीएफ का दर्जा पाने वाले पहले चार राज्यों में शामिल हो गया है। पेयजल मंत्री प्रकाश पंत ने बताया कि राज्य के कई निकायों को केंद्र सरकार से ओडीएफ प्रमाण पत्र प्राप्त हो गए हैं। बचे हुए प्रमाण पत्र भी प्रक्रिया में हैं। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री खुद इसी महीने प्रदेश को यह प्रमाण पत्र देंगे।