नई दिल्ली/देहरादून। उत्तराखंड को जैविक खेती के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए लगातार दूसरी बार राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया है। यह अवार्ड कर्नाटक की ओर से सोमवार को दिल्ली में आयोजित जैविक कृषि अवार्ड कार्यक्रम में उत्तराखंड को मिला है। बता दें कि इस समय प्रदेश के करीब 3 लाख किसान 1.5 लाख हेक्टेयर भूमि पर जैविक खेती कर रहे हैं। केन्द्र सरकार की योजनाओं के द्वारा प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे पहले प्रगति मैदान में भी आयोजित कार्यक्रम को जैविक उत्पादन में बेहतरीन योगदान के लिए सर्वश्रेष्ठ राज्य का पुरस्कार दिया गया था।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार के द्वारा राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए परंपरागत कृषि विकास योजना एवं राष्ट्रीय कृषि विकास योजना चलाई जा रही है। इन योजनाओं के जरिए प्रदेश के किसानांे को परंपरागत खेती के अलावा जैबिक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है और किसानों ने भी इसमें काफी रुचि दिखाई है।
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यहां बता दें कि केंद्र सरकार के द्वारा राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए 1500 करोड़ रुपये की योजना को भी स्वीकृति दी गई थी। इसके तहत करीब 10 हजार आॅर्गेनिक कलस्टर बनाने के लिए काम किया जा रहा है। राज्य में जैविक खेती के क्षेत्र में हो रहे काम को देखते हुए कर्नाटक सरकार और इंटरनेशनल कंपीटनेंस सेंटर फॉर आर्गेनिक एग्रीकल्चर(आईसीसीओए) की ओर से उत्तराखंड को दूसरी बार राष्ट्रीय अवार्ड दिया गया है। आपको बता दें कि दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में कर्नाटक के कृषि मंत्री ने उत्तराखंड को पहला अवार्ड दिया और उत्तराखंड जैविक विकास परिषद के प्रबंध निदेशक विनय कुमार ने यह पुरस्कार प्राप्त किया।