देहरादून । उत्तराखंड में लोकसभा की पांच सीटों के लिए इस बार 65 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है। अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो वर्ष 2014 की तुलना में इस बार लोकतंत्र के इस सियासी दंगल में कूदने वाले नेताओं की संख्या घट गई है। पिछले लोकसभा चुनावों में जहां 96 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे थे, वहीं इस बार महज 65 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है। पिछले बार की तुलना में 31 नेता कम हो गए है। हालांकि अभी नाम वापसी का समय बाकि है, जिसके बाद संभावना जताई जा रही है कि इस बार चुनावी मैदान में उतने वाले नेताओं की संख्या में और कमी आएगी । वहीं अगर बात 2009 के लोकसभा चुनावों की करें तो उस दौरान उत्तराखंड में वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में कुल 76 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था, जबकि 2004 में 54 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे।
बता दें कि उत्तराखंड में एक चरण में ही मतदान होना है। राज्य की 5 लोकसभा सीटों (पौड़ी गढवाल , टिहरी , अल्मोड़ा , नैनीताल और हरिद्वार) पर अब तक 65 नेताओं ने नामांकन दाखिल किया है। पिछले लोकसभा चुनावों की तरह इस बार भी सबसे ज्यादा उम्मीदवारों ने हरिद्वार सीट पर नामांकन किया है। पिछले चुनावों में जहां इस सीट पर 34 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था, वहीं इस बार इस सीट पर सर्वाधिक 20 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है।
दूसरे नंबर पर टिहरी में 15 उम्मीदवारों ने नामांकन कराया है , जबकि पिछली बार इस सीट पर 20 उम्मीदवार थे। इसी तरह गढ़वाल में इस बार भी 12 उम्मीदवार हैं, नैनीताल में पिछली बार 19 उम्मीदवार थे तो इस बार10 उम्मीदवार हैं। बात अल्मोड़ा की करें तो पिछली बार भी यहां सबसे कम 11 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे तो इस बार 8 उम्मीदवारों ने नामांकन कराया है।