देहरादून। राज्य सरकार द्वारा पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ पलायन पर लगाम लगाने की कवायद तेज कर दी गई है। इसके तहत अब राज्य में चलने वाली जलागम प्रबंधन योजनाओं को इको टूरिज्म से जोड़ा जाएगा ताकि इससे रोजगार के अवसर भी पैदा किए जा सकें। राज्य के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने इस बात के निर्देश दिए हैं। यहां बता दें कि इससे पहले केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी राज्य में पर्यटन की असीम संभावनाओं को बढ़ावा देने के लिए झीलों में सी-प्लेन उतारे जाने की बात कह चुके हैं।
आजीविका बढ़ाने वाले साधनों पर ध्यान
गौरतलब है कि सतपाल महाराज ने राज्य में जल संरक्षण पर आधारित योजनाओं में आधुनिकता को समावेश करने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि जलागम परियोजना के जरिए यहां से होने वाले पलायन को रोकने में काफी मदद मिलेगी। पर्यटन मंत्री ने कहा कि राज्य के लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए कृषि एवं औद्यानिकी विकास, वनीकरण, चारागाह विकास, जल संचय, डेरी, आजीविका पर खास ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने जलागम में क्रय प्रक्रिया, नियुक्ति, प्रतिनियुक्ति में पारदर्शिता रखने और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए।
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जनभागीदारी पर जोर
यहां बता दें कि मंत्री ने पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी उत्तरकाशी द्वारा की गई जांच का ब्योरा मांगा। साथ ही पौधरोपण स्थल का विवरण संबंधित विधायक को उपलब्ध कराने को भी कहा, ताकि उनके स्तर से भी सत्यापन कराया जा सके। उन्होंने कहा कि पौधों के विकास में लोगों को भी अपनी भागीदारी निभानी पड़ेगी इसके अभाव की वजह से ही पौधों का विकास नहीं हो रहा है।