अल्मोड़ा। उत्तराखंड में शराब की बिक्री को लेकर महिलाओं ने जबर्दस्त तरीके से विरोध किया है। अल्मोड़ा के खीड़ा इलाके में शराब बेचने के लिए पहुंची 2 पिकअप वैन को गांव की महिलाओं ने 16 घंटों तक घेरकर रखा और शराब की बिक्री नहीं होने दी। इस दौरान महिलाओं ने पुलिस पर अभद्रता करने का भी आरोप लगाया। महिलाओं ने दोषी पुलिस वालों पर कार्रवाई की भी मांग की है। महिलाओं ने यह भी आरोप लगाया कि गांव में शादी की जानकारी होने के बाद भी शराब की गाड़ियों को जानबूझकर भेजा गया था। इलाके के विधायक महेश नेगी ने मामले की जानकारी होने पर कहा कि स्थिति से मुख्यमंत्री को अवगत करा दिया गया है। उन्होंने कहा कि इलाके में जबर्दस्ती शराब बेचना और पुलिस भेजना गलत है। विधायक ने जनता का पूरा साथ देने का आश्वासन दिया है।
गौरतलब है कि खीड़ा क्षेत्र में देसी और विदेशी दोनों तरह की शराब की दुकानें सरकार की तरफ से स्वीकृत हैं। गांव वालांे के विरोध की वजह से आबकारी विभाग ने यहां ठेकेदारों को मोबाइल वाहनों के द्वारा शराब बेचने की अनुमति दी है। शनिवार शाम को भी शराब की पेटियां लेकर 2 पिकअप वैन यहां शराब बेचने के लिए आई लेकिन ग्रामीण महिलाओं ने वैन को घेरकर विरोध शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि वे अपनी जान दे देंगे लेकिन शराब नहीं बिकने देंगे। अगले दिन द्वारहाट के थानाध्यक्ष के आने पर दोबारा शराब की गाड़ियां नहीं भेजने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का अश्वासन के बाद महिलाओं ने गाड़ियों को छोड़ा।
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यहां बता दें कि शराब की गाड़ी को लेकर महिलाओं और पुलिस में खूब बहस भी हुई। महिलाओं ने पुलिस पर उनके साथ अभद्रता करने का भी आरोप लगाया। इलाके के विधायक महेश नेगी ने कहा पूरे घटनाक्रम से मुख्यमंत्री को अवगत करा दिया गया है। उन्होंने कहा कि वे पूरी तरह से जनता के साथ हैं।