Normal 0 false false false EN-US X-NONE HI
उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था पिछले 15 सालों सेडगमगा रही है। कृषि, पर्यटन जैसे रोजगार के मुख्य साधनों पर टिकी सूबे की आवाम केलिए आर्थिकी का कुछ और साधन नज़र नहीं आता। लगातार डगमगाती सरकारी योजनाओं ने पहलेही राज्य को विकास और तरक्की के पथ पर आगे बढ़ने से रोक दिया, ऊपर से आपदा के चलते उत्तराखंड कीअर्थव्यवस्था पर काफी बुरा असर पड़ा, आपदा के कारण पर्यटन व्यवसाय तो प्रभावित हुआही है, साथ ही औद्योगिक घराने और संगठन की बेरूखीके चलते उत्तराखंड की छवि को भी धक्का लगा।
पटरी से उतरी अर्थव्यवस्था को दोबारा रफ्तारपकड़ाने के लिए राज्य सरकार ज़ोर लगा रही है। दुनिया भर में यह संदेश दिया जा रहाहै कि उत्तराखंडऔद्योगिक निवेश के लिए सुरक्षित है, इतना ही नहीं युवाओं के लिए ज्यादा से ज्यादारोज़गार के अवसर तलाशे जा रहे हैं। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ‘मेरे बुजुर्ग, मेरे तीर्थ’ जैसी योजनाओं को चलाया जा रहा है,ताकि सूबे की लड़खड़ाती अर्थ व्यवस्था को एक बार फिर खड़ा किया जा सके। खैर उम्मीदकरते हैं कि सरकार की ये कोशिश रंग लाएगी।