अलीगढ़। ऐसा तो अक्सर ही सुना जाता है कि किसी भी घर में खुशियां मातम में तब्दील हो गई लेकिन क्या आपने कभी ऐसा सुना है कि किसी घर में पसरा मातम खुशियों में तब्दील हो गई। जी हां, उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ के किरथल इलाके में ऐसा हुआ है जहां मौत के कुछ ही घंटे के जब उसके अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही थी वह जीवित हो उठा। पहले तो सभी डर गए लेकिन जब उसने सबका नाम पुकारने शुरू किया तो घर वालों में खुशी की लहर दौड़ गई। पुनर्जीवित होने के बाद जो बातें उसने सुनाई उसे सुनकर सभी हैरान हो गए।
गौरलतब है कि अलीगढ़ के किरथल गांव में रहने वाले रामकिशोर नाम के व्यक्ति की मौत हो गई थी। उसकी मौत के बाद घर परिवार में मातम का माहौल था, सभी सगे-संबंधी परिजनों को ढांढ़स बंधाने के लिए पहुंच गए। इस बीच उसके अंतिम संस्कार की तैयारी भी शुरू कर दी गई। इन तैयारियों के बीच रामकिशोर के शरीर में हरकत होने लगी। यह देखकर वहां मौजूद सभी लोग घबरा गए लेकिन जब उसने सभी लोगों के नाम पुकारने शुरू किए तो वहां खुशी की लहर दौड़ गई। जब उससे पूछा गया तो उसने बताया ‘गलती से ले गए थे, वापस भेज दिया।’
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यहां बता दें कि रामकिशोर के पुनर्जीवित होने पर उसने जो कहानी सुनाई उसे सुनकर सभी हैरान रह गए। रामकिशोर ने बताया कि उसे ज्यादा कुछ याद नहीं है लेकिन कुछ दाढ़ी वाले महात्मा एक बड़े दाढ़ी वाले महात्मा को अपना-अपना पक्ष बता रहे थे। इसी बीच उन्होंने पूछा इसे क्यों ले आए हो, जरा देखो, बस एक आवाज और आई इसे क्यों ले आए, अभी वक्त है। इतना सुनने के बाद ही लगा कि किसी ने धक्का दे दिया और जब आंख खुली तो परिवार को बिलखते हुए देखा। इस दरम्यान दिखने वाले न तो किसी का चेहरा ध्यान है और न इसके सिवाए और कुछ बात याद है।