सूरत । एक समय बॉलीवुड में बतौर सिंगर अपना करियर देखने वाली सूरत के कपड़ा व्यापारी की 22 वर्षीय बेटी मानवी जैन ने एकाएक अपने जीवन को लेकर ऐसा फैसला लिया कि सभी भौचक्के रह गए हैं। एक समय सिंगिंग के साथ फोटोग्राफी के साथ मॉडलिंग का शौक रखने वाली और ब्रांडेड कपड़ों की शौकीन मानवी ने सांसारिक सुखों का त्याग करने का बड़ा फैसला लिया है। मानवी अब सब मोह- माया को छोड़ सन्यासी बन गई हैं। गत सोमवार को उन्होंने इसकी दीक्षा ग्रहण कर ली। इस घटना की अब गुजरात के साथ ही देश-दुनिया में जमकर चर्चा हो रही है। महज 22 वर्ष की उम्र में सभी सांसारिक सुखों को त्यागकर दीक्षा ग्रहण करने वाली दीक्षा देश की एकमात्र युवा नहीं हैं, इससे पहले भी कुछ युवाओं ने इस तरह के बड़े फैसले लिए हैं।
मानवी का नया नाम योगरुचि रेखासिद्धि
दीक्षा लेने के बाद मानवी को नया नाम योगरुचि रेखासिद्धि दिया गया है। सोमवार को सभी सांसारिक बंधनों से मुक्त हुई मानवी अपने नए नाम से ही जानी जाएंगी । सोमवार सुबह आचार्य भगवंत गुणरत्न सूरिश्रवरजी महाराज साहेब द्वारा रजोहरण प्रदान किया गया।
दीक्षा लेने घर से सज सवंर कर निकलीं
सूरत में अपने आलीशान घर से दीक्षा लेने के लिए निकली मानवी जैन सोमवार सुबह सजधज कर निकली। वह अपनी कार में सवार थी, जबकि उसकी कार के आगे ढोल बज रहे थे। उसकी कार के साथ उसके कई दोस्त और परिजन चल रहे थे। हालांकि माता पिता कार में सवार थे।
बड़ी संख्या में पहुंचे लोग
एक समय फैशन में रहने वाली मानवी के दीक्षा लेने के फैसले को सुनकर उसके रिश्तेदारों के साथ ही उसके कई दोस्त और आस-पड़ोस के लोग उसकी दीक्षा प्रक्रिया को देखने के लिए पहुंचे। उसने महंगे परिधानों में अपनी दीक्षा लेने की प्रक्रिया को शुरू किया। इस दौरान जैन मुनि भगवंतों के अलावा कई जैन साध्वी भी वहां मौजूद थीं।
पिता ने जताई खुशी
कभी बॉलीवुड में बतौर सिंगर अपने करियर बनाने की चाहत रखने वाली मानवी जैन के साध्वी बनने के फैसले का उनके पिता अतुल भाई जैन ने स्वागत किया है। वह अपनी बेटी के संयम मार्ग को चुनने से काफी खुश हैं। हालांकि बीकॉम तक पढ़ाई करने वाली मानवी के दोस्त और कुछ परिजन इस दौरान आंखों में नमी लिए बैठे थे।
मूल रूप से राजस्थानी है परिवार
बता दें कि अतुल भाई जैन मूल रूप से राजस्थान के पाली के रहने वाले हैं। पिछले साल ही कारोबार के चलते उन्हें गुजरात के सूरत में शिफ्ट होना पड़ा था। कपड़े के कारोबारी अतुल का कहना है कि मानवी की दो छोटी बहनें भी हैं। अगर वो भी बड़ी बहन की राह पर चलना चाहेंगी तो वह उन्हें नहीं रोकेंगे।