नई दिल्ली । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों का ऐलान होने के साथ ही राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है । लेकिन गत शुक्रवार को समाजवादी पार्टी ने एक वर्चुअल रैली का आयोजन कर वहां 2500 लोगों को जमा कर लिया , जिसपर अब उनके खिलाफ कार्रवाई हुई है । चुनाव आयोग ने समाजवादी पार्टी को इस मामले में नोटिस भेजते हुए 24 घंटे में जवाब देने के लिए कहा है । इस कथित वर्चुअल रैली के दौरान सपा अध्यक्ष कहते नजर आए कि भले रैली डिजिटल और वर्चुअल के आदेश हों , लेकिन समाजवादी लोग फिजिक्ली ज्यादा पसंद करते हैं । बहरहाल , इस सबके बाद एक बार फिर से चुनाव आयोग ने रैलियों के आयोजन को 22 जनवरी तक के लिए प्रतिबंधित कर दिया है ।
विदित को समाजावादी पार्टी अध्यक्ष ने लखनऊ में एक वर्चुअल रैली का आयोजन किया था, जिसमें करीब 2500 सपा कार्यकर्ता और नेता शरीक हुए । इस दौरान सपा ने भाजपा और अन्य दलों के नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल किया । हालांकि इस कार्यक्रम को लेकर पुलिस और प्रशासन कोरोना काल की गाइडलाइन और आचार संहिता लागू होने का हवाला देते हुए कार्यक्रम को बंद करने और आयोजन स्थल के बाहर खड़ी गाड़ियों को हटवाने के लिए कहती रही , लेकिन सपा ने इसे अनसुना कर अपनी रैली पूरा समय लेकर बंद की ।
इस मामले में 2500 सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी । चुनाव आयोग ने चुनावों का ऐलान करने के साथ ही 15 जनवरी तक किसी भी तरह की रैली - बाइक रैली - पदयात्रा पर प्रतिबंध लगाया था , लेकिन सपा ने कोरोना काल की गाइडलाइन के साथ ही आचार संहिता का उल्लंघन किया । इस मामले में लखनऊ डीएम ने जांच के आदेश देते हुए सपा के 2500 कार्यकर्ताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी ।