लखनऊ । भाजपा के लिए उत्तर प्रदेश चुनावों में भले ही विरोधी दल गठबंधन करके बैठ गए हों लेकिन इस बार के विधानसभा चुनावों में पार्टी को अपनों से ही खतरा है। जहां एक ओर टिकट बंटवारे को लेकर भाजपा के ही कुछ नेता विरोध दर्ज करा रहे हैं वहीं पूर्वांचल में सांसद योगी आदित्यनाथ का संगठन हिंदू युवा वाहिनी ने भी रार ठान ली है। योगी आदित्यनाथ पर भाजपा द्वारा काला जादू किए जाने के आरोप लगाते हुए हियुवा ने पूर्वांचल में भाजपा उम्मीदवारों के सामने अपने सात प्रत्याशी खड़े कर दिए हैं। इस सब के चलते इस बार तय है कि भाजपा को भले ही दूसरे दलों से चुनौती न दिख रही हो लेकिन पार्टी को अपनों से बड़ा नुकसान हो सकता है।
क्यों बिगड़े कुछ भाजपाइयों के सुर
हियुवा ने भाजपा पर आरोप लगाया कि आदित्यनाथ ने पूर्वांचल के प्रत्याशियों को लेकर भाजपा को एक लिस्ट सौंपी थी। लेकिन भाजपा ने उस लिस्ट को दरकिनार कर दिया और उन लोगों को टिकट दिया जो योगी आदित्यनाथ के विरोधी हैं। सूत्रों के अनुसार योगी ने करीब डेढ़ दर्जन कैंडीडेट्स की लिस्ट भाजपा को भेजी थी इसमें से सिर्फ 5 प्रत्याशी को ही भाजपा ने टिकट दिया। इस वजह से आदित्यनाथ नाराज चल रहे हैं। बताया कि हमारी पार्टी 2002 के विधानसभा चुनाव से भाजपा के साथ है। लेकिन इस बार टिकट बंटबारे को लेकर हम नाराज हैं। इसलिए हम अलग चुनाव लड़ेंगे। आरोप लगाते हुए कहा, भाजपा ने योगी आदित्यनाथ पर काला जादू कर दिया है।
हो सकता है भाजपा को बड़ा नुकसान
राज्य में भाजपा के शीर्ष नेतृत्ल द्वारा टिकट बंटवारे के बाद कुछ स्थानीय नेताओं के सुर बिगड़ गए हैं। टिकट न दिए जाने के चलते कुछ नेता अपने समर्थकों के साथ शनिवार सुबह पार्टी के मुख्यालय पर पहुंचे। यहां इन लोगों ने जमकर हंगामा किया। इन लोगों का कहना है कि अगर उनकी उपेक्षा की गई तो पार्टी को इसका खामियाजा भुगतना होगा।
41 सीटों पर हियुवा की पकड़
वहीं भाजपा के लिए हिंदू युवा वाहिनी भी एक खतरे के रूप में उभर रही हैं। गोरखपुर बस्ती मंडल की 41 सीटों पर योगी आदित्यनाथ की अच्छी पकड़ है। अगर हियुवा अपने प्रत्याशी उतारती है तो भाजपा को नुकसान हो सकता है।
योगी भाजपा के साथ पर संगठन नहीं
भले ही हिंदू युवा वाहिनी भाजपा से नाराज चल रही हो लेकिन भाजपा के घोषणा पत्र जारी करने के दौरान योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी ने जाहिर किया कि वो पार्टी के साथ हैं। इस वाहिनी के मुखिया योगी आदित्यनाथ का कहना है कि वह भाजपा के खिलाफ जाने वालों पर कार्रवाई करेंगे। हालांकि इससे इतर वाहिनी भाजपा के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतार रही है। बता दें कि आदित्यनाथ भाजपा की लोकसभा सीट गोरखपुर से सांसद हैं। वह इस सीट से कई बार जीतते आए हैं। वाहिनी राज्यसभा सांसद और यूपी के उपाध्यक्ष शिव प्रताप शुक्ल से नाराज हैं। वाहिनी चाहती है कि पूर्वांचल से उनके उम्मीदवार खड़े हों लेकिन शिव प्रताप चांहते हैं कि उनके प्रत्याशी खड़े हों।