लखनऊ । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के ऐलान के साथ ही भाजपा सरकार के मंत्री विधायकों ने इस्तीफे देना का क्रम शुरू कर दिया है । आए दिन भाजपा के 1-2 मंत्री विधायक पार्टी छोड़ रहे हैं । हालांकि अभी तक जो विधायक पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए भाजपा को छोड़ने का ऐलान करने मीडिया के सामने आएं , ये वो नेतागण पाए गए , जिनका भाजपा ने या तो टिकट काट दिया था , या उनकी सीट को इस बार बदल दिया था । पार्टी सूत्रों का कहना है कि भाजपा को झटका देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य के बागी तेवरों के बारे में पार्टी को पहले से पता था , इसलिए समय रहते उन्होंने इससे निपटने के लिए मजबूत रणनीति बनाई हुई है । अभी तक मौर्य के समर्थन वाले 7-8 विधायक पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं । साथ ही इन सभी का कहना है कि उनके नेता स्वामी प्रसाद मौर्य हैं , वे जहां कहेंगे हम उनके साथ उस पार्टी में चले जाएंगे ।
मौर्य के तीन समर्थकों ने गुरुवार को भाजपा छोड़ी
पूर्व में भाजपा छोड़कर गए विधायकों और मंत्रियों से इतर गुरुवार को भी भाजपा के तीन विधायकों ने अपना पद और भाजपा छोड़ दी है । इसमें पहला नाम सामने आया आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी का । कुछ दिनों पहले तक स्वामी प्रसाद मौर्य के पार्टी छोड़ने पर सैनी कहते सुनाई दिए थे कि मौर्य उनके काफी करीबी दोस्त हैं , उन्होंने पार्टी छोड़ी है , लेकिन मैं भाजपा में ही रहूंगा । इसके दो दिन बाद ही उन्होंने भी दलीतों - अल्पसंख्यों के लिए कोई नीति नहीं बनने और अन्य तर्क देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है । साथ ही सरकार घर और सुरक्षा भी लौटा दी है । इसी क्रम में दूसरा नाम शकोहाबाद से भाजपा विधायक मुकेश वर्मा का , जिनका बयान भी स्वामी प्रसाद मौर्य की तरह था । उन्होंने भी भाजपा पर वहीं आरोप लगाए , जो मौर्य ने लगाए थे । इस क्रम में तीसरा नाम है बिधूना से विधायक विनय शाक्य का , उन्होंने भी स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में इस्तीफा देने की बात कही है ।
तीनों एक साथ आए थे भाजपा में
स्वामी प्रसाद मार्य के समर्थक ये तीनों विधायक पिछले चुनावों में एक साथ भाजपा में शामिल हुए थे । ये तीनों ही मौर्य के समर्थक माने जाते हैं , जिन्होंने आज मौर्य की तरह ही पार्टी पर आरोप लगाते हुए अपने पद और भाजपा से इस्तीफा दे दिया है । इन नेताओं ने साफ कर दिया है कि इनके नेता स्वामी प्रसाद मौर्य हैं और वह जो फैसला लेंगे वह हमें स्वीकार होगा ।
कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान ने दिया था इस्तीफा
इससे पहले योगी सरकार में मंत्री दारा सिंह चौहान ने भी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है । दारा सिंह चौहान मऊ की बधुबन सीट से विधायक हैं और योगी कैबिनेट में वन और पर्यावरण मंत्री थे। इससे पहले मौर्य के समर्थक चार विधायकों ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने लिखा कि पार्टी के रवैये से नाराज होकर मैं इस्तीफा दे रहा हूं । उन्होंने कहा कि दलितों और पिछड़ों के आरक्षण के साथ यह सरकार खिलवाड़ कर रही है ।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने चार समर्थकों संग दिया इस्तीफा
इससे पहले कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंत्रीपद के साथ ही भाजपा से इस्तीफा दे दिया । इसके बाद उनके समर्थक चार विधायकों ने भी भाजपा से इस्तीफा दे दिया था । मौर्य ने भाजपा को चेतावनी दी थी कि इस बार वह भाजपा की नींव हिला देंगे । जल्द और विधायक इस्तीफा देंगे ।
अभी कुछ और विधायक देंगे इस्तीफा
पार्टी सूत्रों का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में टिकट कटने और सीट बदले जाने से नाराज कुछ और विधायक भाजपा के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर कर सकते हैं । इनमें से कुछ पार्टी से इस्तीफा भी दे सकते हैं ।
40 विधायकों के कटने हैं टिकट
विदित हो कि भाजपा ने पहले ही इस बात के संकेत दे दिए हैं कि इस बार करीब ऐसे 40 विधायकों के टिकट काटे जाएंगे , जिनके कामकाज को लेकर पार्टी आलाकमान संतुष्ट नहीं है । इतना ही नहीं इस बार कुछ विधायकों की सीटों में भी फेरबदल किए जाने की रणनीति बनाई गई थी , जिससे कुछ विधायक नाराज बताए जा रहे हैं । हालांकि पार्टी सूत्रों का कहना है कि पार्टी को मौर्य के रुख का पहले से पता था । ऐसे में उन्होंने अपनी मजबूत रणनीति इस नुकसान की भरपाई के लिए पहले से बनाकर रखी है । जल्द पार्टी इसका खुलासा करेगी ।
जिन्हें टिकट का संदेह वह आरोप लगाकर बाहर
इस बीच सामने आ रहा है कि योगी सरकार के जिन विधायकों को इस बार टिकट कटे जाने की आशंका है , वह लोग इसकी भनक लगने के साथ ही पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं । अभी तक जिन विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दिया है , वे अधिकांश दूसरे दलों से पिछले चुनाव में भाजपा में शामिल हुए थे । लेकिन अपना काम से पार्टी आलाकमान को संतुष्ट करने में असफल रहे । यही कारण है कि पार्टी ऐसे विधायकों के टिकट इस बार काट रही है । ऐसे में इन विधायकों ने दूसरे दलों में या भाजपा छोड़कर अपने लिए नई सियासी जमीन खोजने की जुगत लगाना शुरू कर दिया है ।