उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2012 की नजर में
देहरादून। उत्तराखंड में विधानसभा चुनावों का बिगुल बज चुका है। पार्टी के नेता अपनी सीट से दावेदारी को मजबूत करने के लिए चुनावी रण में उतर रहे हैं। भाजपा, कांग्रेस, बसपा जैसी राष्ट्रीय पार्टियां और क्षेत्रिय पार्टियां भी चुनावी मैदान के प्रचार-प्रसार में जुट गई हैं। हालांकि किसी को नहीं पता कि मतदाताओं का रुझान किस तरफ है। वह किसे सिर-माथे पर बैठाना चाहते हैं। चलिए डालते हैं पिछले विधानसभा चुनावों में ऋषिकेश सीट पर एक नजर आखिर क्या थे इस सीट पर सियासी आंकड़े। 2012 में इस सीट पर मतदाताओं के रुझान पर नजर डालें तो सीधा मुकाबला भाजपा-कांग्रेस के बीच ही रहा लेकिन तीसरे नंबर पर रहे निर्दलीय उम्मीदवार ने चुनावों को रोचक बना दिया था।
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सीट पर थे 19 उम्मीदवार
ऋषिकेश विधानसभा सीट पर नजर डालें तो यहां कुल 118895 मतदाता थे। उनमें से 80798 (67.96%) लोगों ने अपने मतदान का प्रयोग किया। पिछले चुनावों में यहां से 19 उम्मीदवार खड़े हुए थे। भाजपा के प्रेमचंद अग्रवाल ने 29090 (36%) वोट हासिल करके कांग्रेस के राजपाल खरोला 21819 (27%) को महज 7271 (9%) वोटों के अंतर से हराया था। हालांकि खरोला को अच्छे मतों से हराने का सारा श्रेय भाजपा को ही नहीं जाता। कहा गया कि तीसरे नंबर पर रहने वाले दीप शर्मा ने कांग्रेस को भारी नुकसान पहुंचाया। दीप शर्मा ने इस सीट से 17669 (21.86%) वोट पाए थे। तो वहीं क्षेत्रिय पार्टी उत्तराखंड रक्षा मोर्चा के उम्मीदवार सुरेंद्र सिंह कैन्तुरा पांचवे नंबर पर रहकर 1429 (1.76%) वोट अपने पक्ष में किए।
नौ निर्दलीय की झोली में आए थे 25 फीसदी वोट
2012 विभानसभा चुनावों में इस सीट पर नौ निर्दलीय उम्मीदवार खड़े थे। इन उम्मीदवारों ने भी वोटबैंक में सेंध लगाई। अगर इस सीट पर सभी निर्दलीय उम्मीदवारों के वोटों का गणित देखें तो भाजपा-कांग्रेस समेत अन्य दलों के करीब 25 फीसदी (20422) वोट काटे थे।