नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को सीबीएसई (CBSE) के Class 10th and 12th Term -1 Board Exam देने वाले छात्रों को बड़ा झटका दिया है । असल में कोर्ट ने छात्रों के लिए हाइब्रिड मोड (ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों) का विकल्प उपलब्ध कराने का आदेश देने से मना कर दिया है । सुप्रीम कोर्ट ने इस दौरान कहा कि हमारे लिए एग्जाम प्रोसेस में हस्तक्षेप करना उचित नहीं है । सीबीएसई बोर्ड परीक्षाएं (CBSE Board Exam) पहले ही शुरू हो गई है । पूरी प्रक्रिया में हस्तक्षेप करना और उसमें बाधा डालना उचित नहीं है । सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था के साथ खिलवाड़ न करें । अधिकारी अपना काम अच्छे से करें. अब बहुत देर हो चुकी है ।
ऑनलाइन परीक्षा की उठी था मांग
विदित हो कि 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले छह छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि टर्म-1 या सेमेस्टर एक परीक्षा को केवल ऑफलाइन मोड में आयोजित करने में बोर्ड की पूरी कवायद 'बेहद अनुचित' है । छात्रों ने याचिका में कोर्ट से सीबीएसई और सीआईएससीई को यह निर्देश देने का अनुरोध किया था कि वे कोविड-19 महामारी के बीच 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं केवल ऑफलाइन मोड (Offline Mode) के बजाय हाइब्रिड मोड (Hybrid Mode) यानी ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीके से कराएं ।
सीबीएसई की कोर्ट में दलील...
असल में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी सीबीएसई (CBSE) ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) को बताया कि ऑफलाइन मोड से बोर्ड परीक्षाएं कराने के लिए सभी एहतियात बरती गई हैं । इसके साथ ही परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 15000 तक की गई हैं । इसके अलावा परीक्षा की अवधि 3 घंटे से घटाकर 1.5 घंटे की गई है ।
शुरू हो चुकी है परीक्षाएं
बता दें कि सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की टर्म 1 बोर्ड परीक्षा पहले ही शुरू हो चुकी हैं । 10वीं क्लास की परीक्षा 17 नवंबर से शुरू हो चुकी हैं, जबकि 12वीं क्लास की परीक्षा 16 नवंबर से (CBSE Class 10 And 12 Term-1 Exam) शुरू हुई थीं । वहीं काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) की बोर्ड परीक्षा के सेमेस्टर एक की परीक्षा 22 नवंबर से शुरू होगी ।
इस बार फॉर्मेट में हुआ है बदलाव
असल में इस बार CBSE और CISCE की परीक्षाएं 2 बार में कराई जाएंगी । इन परीक्षाओं का पहला टर्म नवंबर- दिसंबर 2021 में होना है तो वहीं दूसरा टर्म मार्च- अप्रैल 2022 में होना है । दोनों टर्म की परीक्षाओं में 50-50 फीसदी सिलेबस से सवाल पूछे जाएंगे । हालांकि परीक्षा परिणाम दोनों परीक्षाओं के अंकों को मिलाकर बनाया जाएगा ।
इस बार कुछ ऐसी होगी परीक्षाएं
- असल में इस बार टर्म-1 की परीक्षा 90 मिनट की होंगी , जोकि MCQ पर आधारित होगी । छात्रों को अपने जवाब को OMR सीट पर भरना होगा ।
- वहीं, टर्म-2 की परीक्षा 2 घंटे की होगी, जिसमें डिस्क्रिप्टिव सवाल होंगे ।
- टर्म 2 का प्रश्न पत्र अलग फॉर्मेट में होगा , हालांकि टर्म-2 में कुछ शॉर्ट और लॉन्ग दोनों तरह के सवाल हो सकते हैं।