नई दिल्ली । कोरोना काल ने जहां देश दुनिया के उद्योग जगत के साथ ही हर क्षेत्र को प्रभावित किया है , वहीं यह महामारी देश के छात्रों के सपनों पर भी विध्न डालती नजर आ रही है । असल में देश के सर्वश्रेष्ठ कॉलेजों में पढ़ने के लिए लंबे समय से मेहनत कर रहे छात्र पशोपेश में हैं । ऐसा इसलिए क्योंकि विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं सहित नीट, जेईई मेंस जैसी बड़ी प्रवेश परीक्षाओं को लेकर अभी भी स्थिति साफ नहीं है । सीबीएसई की जुलाई में प्रस्तावित परीक्षाओं को लेकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय का रूख फिलहाल साफ है, कि वह छात्रों की सुरक्षा को खतरे में नहीं डालेंगे। लेकिन इस पर कोई भी अंतिम फैसला स्वास्थ्य और गृह मंत्रालय की राय के बाद ही लिया जाएगा।
मानव संसाधन विकास मंत्री की केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के साथ अगले एक-दो दिनों में अहम बैठक होनी है। जिसके बाद ही इस पर फैसला लिया जाएगा। लेकिन अभी भी परीक्षा आयोजित करवाए जाने को लेकर स्थिति पूरी तरह साफ नहीं है । असल में दिल्ली, उड़ीसा और तमिलनाडु जैसे राज्यों के छात्रों के अभिभावकों ने जुलाई में प्रस्तावित सीबीएसई की परीक्षाओं को रद्द करने की मांग उठने लगी है।
मंत्रालय से जुड़े सूत्रों की मानें तो सीबीएसई सहित जुलाई में प्रस्तावित सभी परीक्षाओं को लेकर मंत्रालय के भीतर लंबी चर्चा हुई है। जिसमें फिलहाल सीबीएसई की परीक्षाओं को स्थगित करने को लेकर सहमति बन गई है, लेकिन मंत्रालय इस पर निर्णय से पहले स्वास्थ्य और गृह मंत्रालय की सलाह भी लेना चाहता है। फिलहाल इस मुद्दे पर गृह मंत्रालय के साथ चर्चा हो चुकी है। ऐसे में अब सिर्फ स्वास्थ्य मंत्रालय से राय लेना बाकी है।
फिलहाल यह सभी परीक्षाएं जुलाई में ही होनी प्रस्तावित है। वैसे भी दिल्ली सहित देश के कई हिस्सों में कोरोना संक्रमण की बढ़ी रफ्तार से केंद्र की चिंताएं बढ़ी हुई है। बता दें कि परीक्षाओं की मौजूदा चुनौती से निपटने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय पिछले दो दिनों से लगातार बैठकें कर रहा है।