नई दिल्ली। अध्यापन में रुचि रखने वाले छात्र इस खबर को जरा ध्यान से पढ़ लें। अब शिक्षक बनने के इच्छुक नौजवानों को अब 12वीं में ही इसका निर्णय लेना पड़ेगा। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने 4 वर्षीय पाठ्यक्रम की योजना लागू करने के लिए इसके लिए काॅलेजों से 3 से 31 दिसंबर तक आवेदन मांगे हैं। अब इस कोर्स को करने वाली ही प्राइमरी से लेकर माध्यमिक स्तर तक के स्कूलों में शिक्षक बन सकेंगे। बता दें कि अब तक शिक्षक बनने के लिए जेबीटी, टीईटी और सीटीईटी जैसी परीक्षाओं को पास करना होता था।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की इस योजना के लागू होने के बाद पूरे देश में एक ही पाठ्यक्रम शुरू हो जाएगा और 12वीं के बाद 4 साल का कोर्स करने वाले ही शिक्षक बनने के योग्य होंगे। 4 वर्षीय राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा कार्यक्रम (एनटीईपी) के पाठ्यक्रमों को मान्यता देने के लिए एनसीटीई ने कॉलेजों से 3 से 31 दिसम्बर तक आवेदन मांगे हैं। ये मान्यता अगले वर्ष शुरू होने वाले कोर्स के लिए है।
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प्राइमरी और उच्च प्राइमरी से माध्यमिक तक के लिए अलग-अलग कोर्स चलाए जाएंगे। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने विज्ञान व कला वर्ग के लिए मान्यता देने के लिए आवेदन मांगे हैं। ये 2019 से 2023 तक के सत्र के लिए है। इसके लागू होने के बाद पूरे देश में एक ही तरह का पाठ्यक्रम होगा और कहीं कोई संदेह नहीं होगा। इसमें प्रवेश के लिए 50 फीसदी अंकों के साथ बारहवीं पास होना चाहिए।