नई दिल्ली। इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) से डिग्री या फिर डिप्लोमा करने वाले छात्र सवाधान हो जाएं। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स की सूची जारी कर दी है। बता दंे कि इग्नू इन दोनों कोर्स के अलावा 50 अन्य कोर्स भी करवाता है लेकिन यूजीसी ने उनमें से सिर्फ 42 की ही सूची जारी की है। ऐसे में अब छात्रों की परेशानियां बढ़ गई हैं।
गौरतलब है कि यूजीसी के द्वारा 9 अगस्त को दिए गए निर्देशों के बाद यदि कोई भी कोई भी दूरस्थ शिक्षण संस्थान अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) से बिना मान्यता प्राप्त कोर्स चलाता है तो उसे मान्य नहीं माना जाएगा। यूजीसी के नए दिशा-निर्देश के बाद छात्रों में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है।
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यहां बता दें कि इग्नू सर्टिफिकेट और डिप्लोमा के अलावा 50 से ज्यादा कोर्स अपने यहां से करवाता है लेकिन यूजीसी ने उसके 42 कोर्स की ही सूची जारी की है। यूजीसी ने इसके लिए दूरस्थ शिक्षा देने वाले संस्थानों और वहां संचालित कोर्स की सूची भी जारी की है। उसमें इग्नू द्वारा संचालित एमसीए, बीएड सहित अन्य लोकप्रिय कोर्स नहीं हैं। इग्नू के प्रोफेसर कपिल कुमार ने यूजीसी पर सवाल उठाते हुए कहा कि एमसीए 1990 से इग्नू में संचालित है, बीएससी नर्सिंग एक प्रमुख कोर्स है। इसमें बड़ी संख्या में दाखिला होता है। यह 1994 से संचालित है। बैचलर ऑफ टूरिज्म 1994 से संचालित हो रहा है। यहां से पढ़कर निकले छात्र आज कई जगहों पर नौकरी कर रहे हैं। यूजीसी का यह निर्णय ठीक नहीं है।