नई दिल्ली । दीपावली से दो दिन पूर्व कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को मनाया जाता है हिंदू के प्रमुख त्योहारों में से एक धनतेरस । पौराणिक कथाओं के अनुसार , इसी दिन समुद्र मंथन के दौरान अमृत का कलश लेकर देवताओं के वैद्य धनवंतरि प्रकट हुए थे। स्वास्थ्य रक्षा और आरोग्य के लिए इस दिन धनवंतरि देव की उपासना की जाती है। इतना ही नहीं इस दिन को कुबेर के दिवस के रूप में भी मनाया जाता है और उनसे धन संपन्नता की कामना के लिए उनकी पूजा की जाती है । अमूमन यह चलन है कि इस दिन लोग मूल्यवान धातुओं के साथ ही नए बर्तनों खरीदते हैं। हालांकि इसके पूजन का कुछ विधि विधान है , जिसे मानना जरूरी है । यहां बता दें कि दीपावली के दिन जिन लक्ष्मी गणेश का आप पूजन करने जा रहा हैं, उनकी मुर्तियां भी आप को आज की खरीद लेनी चाहिए । इस दिन थोड़ा बहुत दान भी जरूर करें और यह दान निर्धनों में करें तो ज्यादा अच्छा होगा ।
तो चलिए बताते हैं कि आखिर इस दिन आपको कैसे विधिन विधान से पूजना करना चाहिए और आपको क्या नहीं करना चाहिए ।
सबसे पहले बात करते हैं कि आपको इस दिन क्या जरूर खरीदना चाहिए । जानकारों के अनुसार , इस दिन अगर आप कोई ऐसा धातु का बर्तन खरीदें , जो पानी पीने के लिए काम में आएगा तो बेहद अच्छा माना जाता है । इतना ही नहीं आप चाहें तो अंकों का बहना हुआ धन का कोई यंत्र भी इस दिन खरीद सकते हैं, जिसकी आज के दिन पूजा भी की जा सकती है । याद रखें कि आपको आज ही लक्ष्मी गणेश की मूर्तियां भी आज ही खरीद लेनी चाहिएं , बेहतर होगा कि अगर दोनों की मूर्तियां अलग अलग हों । इतना ही नहीं मिट्टी का एक बड़ा दीपक इस दिन जरूर खरीदें ।
किस उद्देश्य के लिए क्या खरीदें
अगर आप अपने लिए आर्थिक लाभ की कामना करते हैं तो धनतेरस पर आपको पानी का बर्तन खरीदना चाहिए । वहीं कारोबार में अगर विस्तार के लिए आप पूजन करना चाहते हैं तो आपको धातु का बड़ा दीपक खरीदना चाहिए । इसी क्रम में अपने संतान के स्वास्थ्य और आयु के लिए आप धातु की घंटी खरीदें और अगर किसी को संतान संबंधी कोई समस्या है तो ऐसे लोग कटोरी या थाली खरीद सकते हैं। इसी क्रम में अगर आप अपने परिवार में शांति समृद्धि चाहते हैं तो आपको खाना पकाने वाला कोई बर्तन खरीदना चाहिए ।
कैसा करें पूजन और क्या न करें
धनतेरस के दिन शाम के समय उत्तर की ओर कुबेर और धनवंतरि की स्थापना करें । इसके साथ ही दोनों के सामने एक एक मुख का घी का दीपक जलाएं। कुबेर को सफेद मिठाई और धनवंतरि को पीली मिठाई चढ़ाएं । पहले "ॐ ह्रीं कुबेराय नमः" का जाप करें । फिर "धन्वन्तरि स्तोत्र" का पाठ करें। ध्यान रखें कि धनतेरस के दिन दोपहर 12.00 से 01.30 के बीच में खरीदारी करें या रात्रि 09.00 से 10.30 के बीच खरीदारी करें । सुबह 1030 बजे से दोपहर 12 बजे तक पूजन और खरीदारी न करें ।