नई दिल्ली । हमारे बड़े बूढ़ों का कहना है कि साल के सभी 24 एकादशी व्रत रखने से जितना फल मिलता है , उतना ही फल निर्जला एकादशी का व्रत रखने से मिलता है । यही कारण है कि अपने आप में काफी कठिन माने जाने वाले इस व्रत से मिलने वाले पुण्य को पाने के लिए लोग बड़ी संख्या में इस व्रत को रखते हैं । यह व्रत इसलिए भी काफी कठिन माना जाता है क्योंकि यह व्रत बिना जल ग्रहण किए रखा जाता है । इस साल यह व्रत कल यानी 10 जून 2022, शुक्रवार को रखा जाएगा । लेकिन ध्यान रखें कि इस व्रत के दिन किसी भा जातक को भूलकर भी कुछ काम नहीं करने चाहिएं । ऐसे काम करने से न केवल जातक का सारा कमाया पुण्य खत्म हो जाता है ,बल्कि पाप भी लगता है ।
विदित हो कि निर्जला व्रत को रखने वाले जातक पाप दूर होते हैं वहीं उन्हें खूब पुण्य भी मिलता है । यह व्रत जीवन में आर्थिक संपन्नता और सुख देने वाला है , लेकिन निर्जला एकादशी के दिन कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है । इस दिन की गईं कुछ गलतियां बहुत भारी पड़ती हैं ।
इन बातों का रखें ध्यान .....
1 - अगर आपनने यां आपके परिवार के किसी सदस्य ने निर्जला एकादशी का व्रत रखा है तो परिजनों को भूलकर भी व्रत वाले दिन और रात में चावल नहीं खाने चाहिए । एकादशी व्रत में चावल का सेवन करना बड़ा पाप माना गया है।
2- इस दिन जातक पूरी तरह सात्विक रहे और किसी तरह के विवाद से बचे । व्रत के दिन झूठ नहीं बोलें । किसी को अपशब्द नहीं कहें ।
3- इस दिन न तो व्रत रखने वाले को नमक का सेवन नहीं करना चाहिए, न ही जल का सेवन करना होता है ।
4- व्रत वाले दिन घर में चावल के अलावा मसूर की दाल , मूली , बैंगन और सेम का सेवन नहीं करना चाहिे ।
5- व्रत वाले दिन पूरी तरह से ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए ।