पटना। बिहार की राजनीति में भूचाल लाने वाले सीएम नीतीश कुमार ने शुक्रवार को भारी हंगामे के बीच सदन में विश्वास मत जीत लिया है। सदन में नीतीश कुमार के पक्ष में 131 विधायकों ने साइन किए, जबकि राजद, कांग्रेस और सीपीआई के विधायकों समेत 108 विधायकों ने साइन किए। इस दौरान सामने आया है किसी सदन मेंं किसी प्रकार की क्रॉस वोटिंग नहीं हुई। वहीं, बताया जा रहा है कि राज्य में नए मंत्रीमंडल के लिए सीएम नीतीश कुमार दिल्ली आ रहे हैं, जहां एक बार फिर नेताओं को मंत्री पद दिए जाने पर मंत्रणा होगी।
वहीं विश्वास मत से पहले तेजस्वी यादव ने नीतीश पर जमकर हमला बोला. जवाब में नीतीश कुमार ने कहा कि ये कांग्रेस के लोग हैं अहंकार में जीने वाले लोग हैं। नीतीश ने कहा कि 15 से ज्यादा सीटें कांग्रेस को नहीं मिलने वाली थी लेकिन हमने महागठबंधन में 40 सीटों पर चुनाव लड़वाया। विश्वास मत से पहले राजद विधायक लगातार हंगामा कर रहे हैं. राजद विधायकों ने विधानसभा के बाहर धरना भी दिया। तेजस्वी ने पहले बोलते हुए नीतीश कुमार पर काफी तीखे आरोप लगाए थे।
पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि मैं इस प्रस्ताव के विरोध में खड़ा हूं। हमें भाजपा के खिलाफ वोट मिला था, ये सब पूर्वनियोजित था, ये एक तरह से लोकतंत्र की हत्या है, भाजपा के भी कई मंत्री हैं जिनपर आरोप हैं, नीतीश कुमार और सुशील मोदी पर भी आरोप हैं। तेजस्वी ने कहा कि कांग्रेस और राजद ने मिलकर नीतीश कुमार के वजूद को बचाया था, नीतीश ने बिहार की जनता को धोखा दिया।