नई दिल्ली । बदलते वक्त और माहौल में हम अपने घरों को सजाने के लिए कई बार कुछ ऐसे डिजाइन बनवा लेते हैं , जो अंजाने में ही सही लेकिन हमारे घर में वास्तु दोष को पैदा कर देते हैं । कई बार हमारी इन गलतियों के चलते हमारा घर परिवार और जीवन अस्त व्यस्त हो जाता है । हालांकि वास्तु के इस दोष को दूर करने के लिए वास्तु शास्त्र , एक ऐसा ज्ञान है , जिसकी मदद से हम अपने घर की निगेटिव एनर्जी को दूर कर उसे पॉजिटिव एनर्जी में बदल सकते हैं । वास्तु शास्त्र में हर समस्या का समाधान निदान बताया गया है ।ऐसे में वास्तु के मुताबिक जानते हैं कि घर की किन गलतियों को तुरंत सुधार कर लेना चाहिए ।
तो चलिए आज बात करते हैं ऐसी ही कुछ वास्तु दोष के बारे में जिन्हें हम वास्तु शास्त की मदद से हम दूर कर सकते हैं ।
सबसे पहले बात करते हैं हमारे घर के अहम हिस्से किचन के बारे में...वास्तु शास्त्र के मुताबिक किचन रूम को दक्षिण पूर्व दिशा में बनवाना चाहिए । वहीं चूल्हे को पूर्व दिशा में रखना शुभ होता है । ऐसा करने से घर में रहने वालों की सेहत अच्छी रहती है ।
- इसी क्रम में आपके घर फ्लैट के मास्टर बेडरूम की दिशा दक्षिण-पश्चिम में होनी चाहिए । वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर दिशा की ओर मुख करके सोना अशुभ होता है ।
- इस दौरान एक बात ध्यान रखने की है आपके बैडरूम की दीवार और वहां लगे आपके बिस्तर की दूरी के बीच में कम से कम 3-4 इंच जरूर होनी चाहिए ।
- वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के बागीचे में तुलसी का पौधा या नीम का पेड़ लगाना चाहिए । इससे सेहत अच्छी रहती है । साथ ही घर में सुख-शांति बनी रहती है ।
- वास्तु शास्त्र के अनुसार डाइनिंग टेबल को पूर्व दिशा रखना बेहतर होता है । इससे पाचन संबंध समस्या दूर होती है । वहीं पूर्व दिशा में रसोई घर बनाने से बचना चाहिए ।
- वास्तु शास्त्र के मुताबिक बेडरूम में या सीढ़ियों के पास कभी भी अंधेरा ना करें । इन जगहों के अच्छी तरह से रोशन करके रखना चाहिए।
- एक बड़ी बात का ध्यान रखें कि घर के मुखिया के साथ ही अन्य लोगों की याद्दाश्त या एकाग्रता के लिए स्टडी रूम में संगमरमर या लकड़ी के फर्नीचर का इस्तेमाल करना चाहिए ।