नई दिल्ली। बदलते मौसम में बीमारियों ने भी दस्तक देना शुरू कर दिया है। इस मौसम में वायरल बुखार और मलेरिया की बीमारी ज्यादा होने की संभावना रहती है। ऐसे में मलेरिया की पहचान के लिए खून की जांच कराने के बाद ही इसकी पुष्टि हो पाती है लेकिन अब इंसानों के शरीर की गंध से भी मलेरिया का पता लगाया जा सकेगा। अमेरिका में हुए एक शोध में इस बात का खुलासा हुआ है।
गौरतलब है कि बीमारी की जांच के लिए खून की जांच काफी जरूरी माना जाता है लेकिन कई बार लोग जांच के लिए खून देने से कतराते हैं या डरते हैं ऐसे लोगों के लिए काफी अच्छी खबर है। अब उन्हें बीमारी की पुष्टि के लिए खून देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। चूहों पर किए गए शोध में पता चला कि मलेरिया होने पर उसके शरीर के गंध में परिवर्तन हो गया।
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अमेरिका की पेन्सिलवेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी की सहायक प्रोफेसर कॉनसूएलो ड मोरैस ने कहा कि चूहे के एक मॉडल पर किए गए हमारे अध्ययन में पता चला कि मलेरिया का संक्रमण होने पर चूहे के शरीर की गंध बदल गयी और वह मच्छरों को ज्यादा आकर्षित करने लगे, खासकर संक्रमण के उस दौर में जब मच्छरों का संक्रामक स्तर काफी ज्यादा था। उन्होंने कहा कि हमने संक्रमित चूहों के शरीर की गंध में लंबे समय में होने वाले बदलावों का भी पता लगाया।