नई दिल्ली । दुनिया की सुपर पावर कहे जाने वाले अमेरिका से जुड़े कुछ खुफिया दस्तावेजों से एक बड़ा खुलासा हुआ है । सामने आया है कि अमेरिका ने अपने मिशन मून (US Moon Mission) को लेकर एक डरावनी योजना बनाई थी । खुफिया दस्तावेजों में सामने आया है कि अमेरिका की योजना चांद पर परमाणु विस्फोट (Nuclear Explosion) करने की थी। एडवांस्ड एयरोस्पेस थ्रेट आइडेंटिफिकेशन प्रोग्राम (AATIP) के तहत अमेरिका ने अपने इस मिशन पर भारी-भरकम खर्चा किया, लेकिन उम्मीद अनुरूप सफलता नहीं मिली ।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक , अमेरिका ने अपने मिशन मून को लेकर एक बड़ी की डराने वाली योजना पर काम किया था । असल में अमेरिका ने अपने मिशन मून अभियान में विजिबिलिटी क्लोक्स, एंटीग्रेविटी डिवाइस, ट्रैवर्सेबल वर्महोल्स और परमाणु विस्फोट करके चंद्रमा पर सुरंग बनाने की योजना बनाई थी। हालांकि अब AATIP निष्क्रिय है और फिलहाल इस प्रोग्राम पर काम नहीं हो रहा है ।
असल में , इस बात का खुलासा 1600 पेज वाले दस्तावेज से हुआ है , जिसमें AATIP द्वारा की जा रही रिसर्च को लेकर कई तथ्य हैं । इन दस्तावेजों से सामने आया है कि AATIP एक गुप्त संगठन था और इसके बारे में जानकारी तब सामने आई जब 2017 में इसके पूर्व निदेशक Luis Elizondo ने पेंटागन से इस्तीफा दे दिया । उस वक्त यह दावा किया गया था कि इस मून मिशन पर करीब 22 मिलियन डॉलर खर्च किए जा चुके हैं ।
ऐसी बात सामने आ रही है कि एडवांस्ड एयरोस्पेस थ्रेट आइडेंटिफिकेशन प्रोग्राम (AATIP) को अमेरिकी रक्षा विभाग द्वारा वित्त पोषित किया गया था । दस्तावेजों में सामने आया है कि अमेरिका चांद के कोर में खुदाई करना चाहता था । इसकी वजह थी स्टील जितनी मजबूत, लेकिन उससे 100,000 गुना हल्की धातु की खोज , जिसका उपयोग अंतरिक्ष यान बनाने के लिए किया जा सकता था ।
मिशन से जुड़े वैज्ञानिकों की चंद्रमा के कोर तक पहुंचने के लिए थर्मोन्यूक्लियर विस्फोटकों के साथ लूनर क्रस्ट और मेंटल के माध्यम से एक सुरंग बनाने की योजना थी , लेकिन अंत में यह योजना अपने अंजाम तक नहीं पहुंच सकी ।