नई दिल्ली । सेना में भर्ती के लिए केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाई गई अग्निपथ स्कीम के विरोध में सोमवार को कई संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया था । इस देखते हुए कई राज्यों की पुलिस अलर्ट पर रही , लेकिन दिल्ली से लेकर बंगाल तक इस योजना के विरोध में कांग्रेस समेत कई सियासी दलों ने जमकर हंगामा किया । हालांकि अग्निपथ योजना को लेकर दिल्ली में होने वाले प्रदर्शनों को देखते हुए पुलिस ने अलर्ट जारी किया था , लेकिन दिल्ली के कनॉट प्लेस , शिवाजी ब्रिज , तिलक ब्रिज समेत कई जगहों पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया । इस दौरान स्टेशनों पर ट्रेन रोकी गईं । पुलिस ने दिल्ली में हंगामा करते कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है । वहीं दिल्ली -नोएडा में धारा 144 लागू कर दी गई है । वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस दौरान मोदी सरकार के खिलाफ हल्ला बोलते हुए कहा कि देश में इस योजना की आड़ में आग लगाने का काम हो रहा है ।
देशभर में रेल सेवा प्रभावित
अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) के विरोध में प्रदर्शन को देखते हुए रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं । प्रदर्शन की वजह से देशभर में आज 539 ट्रेनें प्रभावित है, जबकि 348 ट्रेनें रद्द की गई हैं । इस वजह से अलग-अलग स्टेशनों पर हजारों यात्री फंसे हुए हैं ।
दिल्ली में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का हंगामा
अग्निपथ योजना के विरोध कर रहे कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं ने कनॉट प्लेस में विरोध प्रदर्शन किया तो शिवाजी ब्रिज और तिलक ब्रिज रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रोकने की कोशिश की। हालांकि फोर्स ने उन्हें तुरंत हटा दिया और ट्रेनों का परिचालन शुरू करा दिया है । इसके बाद दिल्ली पुलिस और आरपीएफ (RPF) की टीमों ने 16 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है ।
ममता बनर्जी का केंद्र पर हंगामा
सेना में नई भर्ती को लेकर केन्द्र सरकार की तरफ से लाए गए अग्निपथ योजना के खिलाफ एक तरफ जहां भारी विरोध प्रदर्शन हो रहा है तो वहीं दूसरी तरफ सियासत भी खूब हो रही है । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अग्निपथ योजना के बहाने मोदी सरकार पर जमकर हल्ला बोला और कहा कि इस योजना के नाम पर देश में आग लगाई जा रही है । वह बोलीं - मैं अल्पसंख्यक को अनुरोध करूंगी कि वो बीजेपी की साजिश में ना आए । केन्द्र सरकार ने कहा था कि नौकरियों को हम देंगे लेकिन ये अग्निपथ के नाम पर एक लोलीपॉप पकड़ा रहे है ।
हिंसा की जांच SIT से कराने की मांग
जहां इस स्कीम को लेकर कई राज्यों में युवा सड़कों पर उतरे हैं । वहीं इस मुद्दे पर जमकर सियासत भी हो रही है । हालांकि इस दौरान जिस तरह से हिंसा सामने आई है , उसे लेकर अब इन युवाओं की आड़ में उपद्रवियों द्वारा देश में अस्थिरता फैलाने की साजिश सामने आ रही है । इस दौरान कई राज्यों में हुई हिंसा और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के मामले की जांच SIT से करवाने संबंधी एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर हुई है । इससे इतर, रक्षामंत्री इस स्कीम को लेकर तीनों सेना प्रमुखों के साथ एक अहम बैठक कर रहे हैं । सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता विशाल तिवारी ने याचिका दायर करते हुए हिंसा हंगामे की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में एक एक्सपर्ट कमेटी बनाने की मांग भी की गई हैं ।