नई दिल्ली । कोरोना वायरस की उत्पत्ति के लिए देश-दुनिया के निशाने पर आए चीन ने एक बार फिर से दुनियाभर के देशों को चेतावनी दी है । चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party of China) अपना 100वां स्थापना दिवस मना रही है और इस मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने अपने देश की जनता को संबोधित करते हुए दुनिया को चेतावनी दे डाली । पेइचिंग में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए जिनपिंग ने बिना किसी देश का नाम लिए बिना दुनिया को खुली चेतावनी दे डाली । उन्होंने कहा कि हमें आंख दिखाने वाले को हम उसी की भाषा में मुंह तोड़ जवाब देंगे ।
न कोई हमें दबाए न अधिकारी जमाए
शी जिनपिंग ने इस समारोह में कहा - हम किसी भी विदेशी ताकत को इजाजत नहीं देंगे कि वह हमें आंखें दिखाए, चीन को परेशान करने वाला समय अब खत्म हो गया है । उन्होंने कहा कि - हम यह नहीं सहेंगे कि कोई भी देश हमें दबाए या फिर हम पर अधिकार जमाए । हमें आंखें दिखाने वालों को उसी की भाषा में मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा ।
हमारी ताकत को कम न आकें
इस दौरान उन्होंने अमेरिका और ताइवान का नाम लिए बिना कहा, 'किसी को भी चीन की क्षेत्रीय एकजुटता और संप्रभुता की रक्षा करने के लिए चीनी लोगों की मजबूत इच्छाशक्ति, इरादे और बेजोड़ ताकत को कम करके नहीं आंकना चाहिए । वह बोले - चीन अपनी सेना का निर्माण अपनी संप्रभुता की रक्षा, सुरक्षा और विकास के लिए करेगा और इसे विश्वस्तरीय बनाएगा. हमें निश्चित रूप से अपने राष्ट्रीय सुरक्षा और सेना को आधुनिक बनाना होगा ।
हमने शांति और वैश्विक विकास के लिए काम किया
चीनी राष्ट्रपति ने कहा - हमारा देश हमेशा से ही शांति, वैश्विक विकास और अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को सुरक्षित रखने के लिए काम करता रहा है। चीन ने एक समृद्ध समाज बनाने के शताब्दी के लक्ष्य को हासिल कर लिया है । चीन के लोग एक नई तरह की दुनिया को बना रहे हैं ।
कोरोना वायरस का जिम्मेदार है चीन
विदित हो कि देश - दुनिया में कोरोना महामारी का दोष विश्व सुमदाय ने चीन को ही ठहराया है । इस जहां एक साजिश करार दिया जा रहा है , वहीं इस वायरस को लेकर चीन से हुई चूक को लेकर भी कई देशों की जांच एजेंसियां अपनी तहकीकात में लगी हैं । लेकिन चीन इस मामले में किसी का कोई सहयोग नहीं कर रहा है । यहां तक की वह जांच को प्रभावित करने के लिए भी कई चाल चल रहा है । इस सबके चलते चीन इस समय दुनिया के निशाने पर है । अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ने तो दुनिया के देशों से चीन से मुआवजा मांगने को भी कहा है । इस पूरे मामले में कई देशों ने चीन को आड़े हाथों भी लिया है , जिससे चीन बौखलाया हुआ है और अब चेतावनी देता भी नजर आ रहा है ।