नई दिल्ली । आबकारी घोटाले में सीबीआई के रडार पर आने के बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया इस समय केंद्रीय जांच एजेंसी की रिमांड पर हैं । सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद उन्हें सोमवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया , जहां से उन्हें सीबीआई की रिमांड पर भेज दिया गया है । इस सबके विरोध में अब सिसोदिया की ओर से सुप्रीम कोर्ट में उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ अर्जी दाखिल की गई है । इस अर्जी पर पहले तो चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने हाईकोर्ट जाने को कहा , लेकिन सिसोदिया के वकील अभिषेक मनु सिंधवी के अनुरोध पर चीफ जस्टिस ने दोपहर बाद 4 बजे के करीब मामले की सुनवाई को कहा ।
बता दें कि दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले (Delhi Liquor Scam Case ) में सीबीआई ने 26 फरवरी को डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया था । अब सिसोदिया ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है । सुप्रीम कोर्ट में मामले पर दोपहर 3:50 बजे सुनवाई होगी। सिसोदिया के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने चीफ जस्टिस से मामले की जल्द सुनवाई करने का अनुरोध किया है।
हालांकि इस अर्जी पर सीजेआई ने कहा, उन्हें हाईकोर्ट जाना चाहिए या दूसरे कानूनी विकल्प अपनाने चाहिए , लेकिन बाद में वकील सिंघवी के अनुरोध पर चीफ जस्टिस ने थोड़ी देर बाद सुनवाई की बात कही ।
बहरहाल , अब इस मामले में सीबीआई सिसोदिया से नए सिरे से पूछताछ कर रही है । सिसोदिया के लिए सवालों की एक लंबी फेहरिस्त तैयार की है । ये पहली बार है जब गिरफ्तारी के बाद सिसोदिया से पूछताछ की जा रही है ।
आपको बता दें कि सोमवार को सिसोदिया को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया था जहां कोर्ट ने आबकारी नीति में कथित घोटाले में मनीष सिसोदिया को पांच दिन की हिरासत में भेजा गया है । सीबीआई की मांग पर विशेष न्यायाधीश एम.के. नागपाल ने सिसोदिया को चार मार्च तक के लिए हिरासत में भेज दिया है । सीबीआई की कस्टडी में सौंपते हुए जज ने टिप्पणी की, वह इससे पहले भी दो मौंकों पर जांच में शामिल हुए हैं लेकिन वह पूछताछ के दौरान ज्यादातर सवालों के जवाब नहीं दे सके हैं और उनके अधीनस्थों के बयान के कारण उनके खिलाफ कुछ दस्तावेजी सबूत सामने आ चुके हैं, ऐसे में उचित और निष्पक्ष जांच के लिए यह जरूरी हो जाता है कि उनसे पूछे गए सवालों के उचित और वैध जवाब मिलें । इसलिए अदालत उनको पांच दिन की सीबीआई हिरासत में भेजने जा रही है ।